दादरी से कनीना होते हुए राजस्थान के अलवर तक रेलवे लाइन का सर्वे होने के बाद सरकार द्वारा मंजूर होता है तो आसपास के दर्जनों गांवों की पंचायतें स्वागत करेंगी। अगर योजना मंजूर नहीं हुई तो पंचायतें आर-पार की लड़ाई के लिए तैयार हैं और बड़ा आंदोलन भी कर सकती हैं। यह निर्णय पंचगामा खाप चिडिय़ा की गांव चिडिय़ा में प्रधान राजवीर शास्त्री की अध्यक्षता में हुई पंचायत में निर्णय लिया गया।
गांव चिडिय़ों में हुई पंचगामा खाप की पंचायत में गांव रामनगर, घसोला, मौड़ी, बलकरा, संतोखपुरा, मकड़ानी, मकड़ाना, छिल्लर, दूधवा, दातोली, चिडिय़ा, नोसवा सहित झज्जर व महेंद्रगढ़ के कई गांवों के प्रतिनिधि शामिल हुए। करीब दो घंटे चली पंचायत में प्रतिनिधियों ने स्पष्ट किया कि दादरी से कनीना होते हुए राजस्थान के अलवर तक रेलवे लाइन का सर्वे पूरा हो चुका है। कुछ राजनीतिकों द्वारा रेलवे लाइन का रूट बदलवाने का प्रयास किया जा रहा है। अगर ऐसा हुआ तो तीन चार जिलों के गांवों की बड़ी पंचायत बुलाकर आर-पार का निर्णय लिया जाएगा।
पंचायत की अध्यक्षता कर रहे सतगामा प्रधान राजबीर शास्त्री व इंद्र सिंह दूधवा ने बताया कि पंचायत द्वारा प्रस्ताव पारित किया गया है जिसमें केंद्र व प्रदेश सरकार से सर्वे अनुसार ही रेलवे लाइन का निर्माण करने की मांग की गई। उन्होंने कहा कि पंचायत ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि सर्वे अनुसार रेलवे लाइने को मंजूरी मिली तो सभी गांवों की पंचायतें सरकार का स्वागत करेंगे। अगर सर्वे का रास्ता बदला गया तो पूरजोर विरोध किया जाएगा।