महेंद्रगढ़ के गांव ऊंची भांडोर निवासी विकास ने दी शिकायत में बताया कि वह बेरी शराब ठेके पर बतौर सेल्समैन कार्यरत है। 15 जुलाई की रात को करीब 9.30 बजे वह और तूफान सिंह व कुलदीप निवासी बेरी ठेके पर थे। इस दौरान नीची भांडोर निवासी मंजीत और संजय व 3-4 अन्य लोग सफेद रंग की गाड़ी में आए और ठेके से उधार मे बियर मांगी जो तूफान सिंह ने बियर देने से मना कर दिया जिस पर मंजीत व संजय ने ठेके के अन्दर आकर गाली-गलोच की। तूफान सिंह ने उन्हें ठेके से बाहर निकाल दिया तो जान से मारने की धमकी देकर चले गए। इसके बाद रात करीब 1 से 1.30 बजे फिर से कैम्पर व 1 अन्य डिजायर गाड़ी लेकर मंजीत व संजय व 3-4 अन्य लोग आए।
तूफान सिंह ठेके के अंदर सो रहा था और वह उन्हें देखकर डर के मारे वहीं अंधेरे में छुप गया। मंजीत व संजय ने साथ लाए पेट्रोल की बोतल से ठेके के अंदर पेट्रोल डालकर आग लगा दी, जिस से तूफान सिंह को आग लग गई।
इसके बाद आरोपियों ने कैम्पर गाड़ी से ठेके को टक्कर मारी व लोहे की रॉड से ठेके के अंदर व बाहर तोड़फोड़ की। तूफान सिंह अपनी जान बचाने के लिए ठेके के पीछे की खिड़की से भागने लगा तो उसे मारने की नियत से उसके पीछे गाड़ी लगा दी। तूफान सिंह भागकर अपने घर पहुंचा।
इसके बाद उसका भाई राजेश व उसकी मां उसे उपचार के लिए सरकारी अस्पताल महेंद्रगढ़ लेकर आए जहां पर उसकी हालत को देकर डॉक्टरों ने उसे रेफर कर दिया। परिजन उसे उपचार के लिए रेवाड़ी अस्पताल ले गए जहां वह उपचाराधीन है।