जिला गांव किष्कंधा में ग्रामीणों के विरोध के चलते विधायक नैना चौटाला द्वारा शराब का ठेका नहीं खोलने के आदेशों के बाद भी गांव में शराब का ठेका खोल दिया गया। जिसके विरोध में महिलाओं की अगुवाई में ग्रामीणों ने रोष प्रदर्शन किया और अल्टीमेटम दिया कि अगर ठेका बंद नहीं हुआ तो वे ठेका को आग लगा देंगे और बड़ा आंदोलन चलाते हुए आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे।
बता दें कि पिछले दिनों गांव किष्कंधा में शराब का ठेका खोलने को लेकर ग्रामीणों ने खासा विरोध किया था। शराब का ठेका नहीं खोलने की मांग को लेकर प्रस्ताव पारित करते हुए ग्रामीणों ने प्रशासनिक अधिकारियों व राजनीति लोगों से मिले थे। जिस पर संज्ञान लेते हुए बाढड़ा विधायक नैना चौटाला ने एसडीएम डा. संजय कुमार को आबकारी विभाग के अधिकारियों के माध्यम से शराब का ठका नहीं खुलवाने के आदेश जारी किए थे। बावजूद इसके गांव में बस्ती के समीप शराब का ठेका खोल दिया गया। जिसके विरोध में महिलाओं ने ग्रामीणों के साथ मिलकर शराब का ठेका हटवाने की मांग को लेकर रोष प्रदर्शन किया। साथ ही स्पष्ट किया कि अगर प्रशासन व सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी तो बड़ा आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।
प्रदर्शन के दौरान महिला संतोष, इंद्रावती, बिमला, सावित्री, शर्मिला, अनिता व पूर्व सरपंच सुभराम ने कहा कि प्रशासन व सरकार की मिलीभगत के कारण ही उनके गांव में शराब का ठेका खोल दिया गया। शराब का ठेका खुलने के कारण यहां खासकर महिलाओं को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने स्पष्ट रूप से चेतावनी देते हुए कहा कि शराब का ठेका नहीं हटाया गया तो बड़ा आंदोलन करते हुए शराब ठेका को आग के हवाले कर देंगे।