जिला स्वास्थ्य विभाग के एक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में कार्यरत कर्मचारियों की मिलीभगत से एक किशोर का नाम एक नहीं बल्कि तीन स्थानों पर दर्ज हो गया। मामले का भंड़ाफोड़ उस समय हुआ जब एक सामाजिक संस्था के मामला संज्ञान में आया और उसने इस मामले में जांच के विभाग के एक अधिकारी को शिकायत दी। मामले की जांच में पाया गया कि युवक का रोहतक पीजीआई के अलावा झज्जर जिले के दो अलग-अलग सामुदायिक स्वास्थ्य
केन्द्र पर रिकार्ड में जन्म दर्ज किया गया।
उसके बाद ही इस मामले पर संज्ञान लेते हुए झज्जर जिले के साल्हावास पुलिस थाने में विभाग की चार महिला कर्मियों सहित आधा दर्जन लोगों के खिलाफ प्राथमीकि दर्ज की गई है। मामले के अनुसार झज्जर के गांव जटवाड़ा के एक सैनिक के यहां बेटे का जन्म 23 मार्च 2011 को रोहतक पीजीआई में हुआ था। जिसका रिकार्ड में इसी दिन नाम भी दर्ज कर दिया गया।
आरोप है कि सैनिक कोटे का लाभ लेने के लिए इसी सैनिक के बेटे का एक नहीं बल्कि दो बार फर्जी डिलीवरी दिखाकर जिले के जमालपुर व अकेहड़ी मदनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में 23 मार्च 2012 व 23 मार्च 2013 को नाम रिकार्ड में दर्ज कर दिया गया।
इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के कुछ कर्मचारियों के साथ-साथ सैनिक की पत्नी व सास की भी भूमिका संदेह के घेरे में है। कारण कि जिस बच्चे की फर्जी डिलवरी दिखाकर दो बार फर्जी तरीके से नार्म रिकार्ड में दर्ज किया गया उसकी मां व नानी दोनों ही इन्हीं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों की कर्मचारी है।
उनकी ही इस मामले में मुख्य भूमिका मानी जा रही है। मामले की शिकायत क्षेत्र के गांव गोरिया की यूथ वैलफेयर के पदाधिकारी सुनील कुमार द्वारा दी गई थी। उसी शिकायत पर हुई जांच के बाद प्राथमीकि दर्ज की गई है। मामले की सच्चाई क्या है इसकी जानकारी पुलिस ने जांच पूरी होने के बाद दिए जाने की बात कही है।
बाइट: डीएसपी नरेश कुमार
झज्जर के गांव गोरिया की यूथ वैलफेयर संस्था के पदाधिकारी सुनील कुमार द्वारा एक शिकायत जमालपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के एसएमओ को दी गई
थी। उसी जांच में पाया गया कि एक जटवाड़ा गांव के एक सैनिक के बेटे का फर्जी तरीके से जन्म प्रमाण पत्र तैयार कराया गया। उसका वास्तवित रूप से जन्म रोहतक पीजीआई में 23 मार्च 2011 को हुआ था। उसके बाद फर्जी तरीके से 23 मार्च 2012 व 23 मार्च 2013 को दोबारा से जन्म प्रमाण पत्र फर्जी डिलीवरी दिखाकर बनवाया गया है। मामले की जांच की जा रही है। सच्चाई जल्द ही सामने आ जाएगी।
झज्जर के साल्हावास क्षेत्र में फर्जी और जाली तरीके से एक युवक का नाम दो अलग-अलग स्थानों पर दर्ज पाया गया है जिसकी जांच होने के बाद ही इस मामले में प्राथमीकि दर्ज की गई है। आमजन से भी अपील है कि वह छोटे-छोटे लालच में इस प्रकार की गलत कार्यवाहीं करने व कराने से परहेज करे।