रोहतक से भाजपा सांसद डॉ अरविंद शर्मा के स्वर आज भले ही तीखे ना सुनाई दिए हों, लेकिन उन्होंने कहीं ना कहीं आज फिर से यह माना है कि विकास के लिए आए गए पैसे में पारदर्शिता होनी जरूरी है और हर व्यक्ति को यह पता होना चाहिए कि उसके क्षेत्र के विकास के लिए कितना पैसा आया है। उन्होंने कहा कि वह यह बात अकेले रोहतक के लिए नहीं पूरे हरियाणा के लिए कह रहे हैं। उनका कहना है कि वह सरकार से मांग करते हैं कि कोई ऐसी पारदर्शिता पॉलिसी लाई जाए जिसके चलते प्रदेश की जनता को यह पता हो कि विकास का पैसा कहां खर्च हुआ है। अरविंद शर्मा आज रोहतक में एक प्रेस वार्ता में बोल रहे थे।
डॉ अरविंद शर्मा ने कहा कि वे व्यवस्थाओं के सुधार के लिए लगे हुए हैं। केंद्र सरकार तथा प्रदेश सरकार जो विकास का पैसा जनता के लिए भेजती है वह सही तरीके से लगना चाहिए और इसके लिए व्यवस्थाओं का पारदर्शी होना जरूरी है। ताकि विकास का पैसा जिस क्षेत्र के लिए आया है उस क्षेत्र की जनता को यह पता हो कि कितना पैसा विकास के लिए लगा है। यही नहीं ऐसे बोर्ड बनाए जाने चाहिए जिस पर बाकायदा यह लिखा गया हो कि कौन ठेकेदार विकास का काम करा रहा है और उसने कितना पैसा विकास के कार्यों में लगाया है। वे यह आवाज एक अकेले रोहतक शहर के लिए नहीं पूरे हरियाणा के लिए उठा रहे हैं।
गौड ब्राह्मण शिक्षण संस्थान को जमीन दिए जाने के मामले में जवाब देते हुए उन्होंने कहा की कुछ तकनीकी खामियों की वजह से देरी हो रही है। क्योंकि जो 33 साल का पट्टा पहले निर्धारित किया गया था उसमें से 13 साल का समय जा चुका है और अब सरकार यह विचार कर रही है कि दोबारा से 33 साल का पट्टा इस जमीन के लिए दिया जाए और इसी वजह से जमीन मिलने में देरी हो रही है। यह जमीन गौड़ ब्राह्मण शिक्षण संस्थान की है और उन्हें ही मिलेगी और मुख्यमंत्री इस मामले में खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं। जहां तक मनीष ग्रोवर की बात है तो मनीष ग्रोवर कभी भी अड़ंगा लगाने में पीछे नहीं रहते हैं।