जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए बुधवार को निगम कर्मी बारिश में भी डटे रहे। मेयर मदन चौहान, अतिरिक्त निगमायुक्त धीरज कुमार समेत निगम के आलाधिकारी शहर में जलभराव वाले स्थानों का निरीक्षण कर सफाई अधिकारियों को दिशा निर्देश देते रहे। बारिश के बीच भी सफाई कर्मचारी नालों की जालियों में फंसा पॉलिथीन व अन्य कचरा निकालकर ब्लॉकेज खत्म करते रहे। जिसके चलते शहर में अधिक देर तक जलभराव की स्थिति उत्पन्न नहीं हुई। कई स्थानों से पंपसेट लगाकर पानी की निकासी की जा रही है।
बारिश में शहर में जलभराव न हो इसके लिए नगर निगम मेयर मदन चौहान व निगमायुक्त आयुष सिन्हा के निर्देशों पर जोन एक में सीएसआई हरजीत सिंह व जोन दो में सीएसआई सुरेंद्र चौपड़ा के नेतृत्व में टीम बनाई गई है। दोनों सीएसआई बुधवार को हुई बारिश के बीच सफाई निरीक्षकों व कर्मचारियों के साथ अपने क्षेत्रों में तैनात रहे। बारिश के बीच नालों के जालों में जहां कचरा फंसा हुआ मिला।
उसे निकाला गया। ताकि पानी अवरुद्ध न हो। निगम कर्मचारी इस दौरान जगाधरी से निकल रहे बड़े नालों के विभिन्न प्वाइंटों पर तैनात होकर सफाई करते रहे। कई स्थानों पर निगम की जेसीबी के माध्यम से नालों में फंसा कचरा साफ कर पानी की निकासी की गई। जिसके चलते बारिश के कुछ देर बाद ही शहर से पानी उतर गया। बारिश के बीच ही मेयर मदन चौहान ने शहर जलभराव वाले स्थानों का निरीक्षण किया और पानी की निकासी करवाई। उधर, अतिरिक्त निगमायुक्त धीरज कुमार ने बारिश के बीच ही शहर के बड़े नालों का निरीक्षण किया। जहां पानी का अटकाव नजर आया, वहां जेसीबी व कर्मचारियों को बुलाकर जल निकासी की गई।
वहीं, उन्होंने डिचड्रेन का भी निरीक्षण कर बरसाती पानी की निकासी के लिए लगाए गए गेट का जायजा लिया। पानी निकासी के प्रबंधों का जायजा लेने के साथ साथ उन्होंने जलभराव वाले स्थानों का भी निरीक्षण किया। मेयर मदन चौहान व निगमायुक्त आयुष सिन्हा ने कहा कि बारिश में जलभराव न होने इसके लिए शहरवासियों को भी जागरूक होना होगा। घर व दुकान से निकलने वाले कचरे को नालों में न डाले। नालों में ठोस कचरा डालने से पानी निकासी अवरुद्ध होती है और जलभराव जैसी समस्या उत्पन्न होती है।