होडल के पिंगौड़ गांव निवासी बिजेंद्र ने बताया कि गत 13 मई की सुबह उसका भतीजा अजय अपने घर से बाइक पर सवार होकर फरीदाबाद ड्यूटी करने के लिए जा रहा था। गांव में ही स्थित पेट्रोल पंप पर जब वह पेट्रोल डलवा रहा था। तो उसकी किसी बात को लेकर पंप के कर्मचारियों के साथ कहासुनी हो गई। कहासुनी के दौरान पंप के कर्मचारियों ने उसके भतीजे अजय के साथ मारपीट की। जिसकी सूचना उसके भतीजे ने उसे दी। सूचना मिलते ही वह मौके पर पहुंचा तो उसने देखा कि उसका भतीजा सडक़ के पास बैठा हुआ था। जिसने उसे बताया कि पंप के कर्मचारियों ने उसके साथ डंडों से मारपीट की है। पीड़ित ने अपने भतीजे से कहा कि मैं इस बारे में पंप के मालिक से बात करूंगा फ़िलहाल तुम अपनी ड्यूटी पर चले जाओ।
इसी दौरान वहां पर पंप मालिक किशोर मास्टर का पोता रेंचो आ गया, जिसकी शिकायत पीडि़त ने उससे की तो उसने कहा कि पंप पर लगे सीसीटीवी कैमरा की फुटेज देख लेते हैं। पता चल जाएगा की गलती किसकी है। इतना कहकर वह उसके भतीजे के कंधे पर हाथ रखकर उसे अंदर कमरे की तरफ ले जाने लगा और पंप के कर्मचारियों की तरफ इशारा किया। उसके इशारा करते ही पंप के दो कर्मचारी हाथों में डंडा लेकर आए और उसके भतीजे के साथ फिर से मारपीट शुरू कर दी। मारपीट के दौरान एक कर्मचारी ने डंडे से उसके भतीजे के सिर पर हमला कर दिया। जिससे वह लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़ा।
पीडि़त ने जब अपने भतीजे को बचाने का प्रयास किया। तो पंप के दूसरे कर्मचारी ने उसके भतीजे की गर्दन दबा दी और रैंचो ने पंप के कर्मचारी से डंडा लेकर अजय के सिर पर फिर से हमला कर दिया। पीडि़त ने जब उनसे कहा कि तुम लोगों ने उसके भतीजे को मार दिया है। तो उन्होंने उसे भी धमकी दी कि इसे यहां से उठाकर ले जा अन्यथा तुझे भी गोली मार देंगे।
जिसके बाद पीडि़त अपने भतीजे को वहां से ऑटो में डालकर उपचार के लिए अस्पताल लेकर आया। जहां उसका उपचार किया गया। पीडि़त का कहना है कि उसके भतीजे के सिर में गहरी चोट आने के कारण वह ना तो ठीक से चल पा रहा है और ना ही कुछ बोल पा रहा है। इस बारे में उन्होंने पुलिस में भी शिकायत दर्ज करवाई है। लेकिन पुलिस ने इस मामले में करीब एक माह से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी केवल पंप के दो कर्मचारियों को ही गिरफतार किया है, जबकि पंप मालिक के पोते को पुलिस ने अभी तक गिरफतार नहीं किया है।
जिसको लेकर उसके परिजनों और ग्रामीणों में पुलिस प्रशासन के प्रति काफी रोष है। उनका कहना है कि इस मामले में वह नेताओं से लेकर पुलिस के आला अधिकारियों से भी मिल चुके हैं। लेकिन बावजूद इसके उनकी कोई सुनवाई नहीं। जिसको लेकर ग्रामीणों द्वारा आज (मंगलवार) गांव में पंचायत की गई है और पंचायत में यह निर्णय लिया गया है कि अगर जल्द ही पुलिस द्वारा आरोपी को गिरफतार नहीं किया गया।