September 19, 2024
फरीदाबाद के बल्लभगढ़ से लगभग 6 महीने पहले लापता हुए मंदबुद्धि बच्चे को स्टेट क्राइम की टीम ने खोज कर उसके परिजनों के हवाले करने में कामयाबी हासिल की है । गौरतलब है कि बच्चा मंदबुद्धि है जो बोलने और सुनने में असमर्थ है इसी के चलते बच्चा घर से भटक गया था और भटकते भटकते रहे पाली स्थित अनादि वृद्ध सेवा सदन आश्रम में जा पहुंचा जहां पिछले 6 महीने से वह रह रहा था। बता दें इस मामले में सबसे बड़ी बात यह है कि इस बच्चे के गुम होने की सूचना बल्लभगढ़ के आदर्श नगर थाने में दर्ज कराई थी
लेकिन 6 महीने से बल्लभगढ़ आदर्श नगर थाने की पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे और बच्चे को फरीदाबाद जिले में ही होने के बावजूद कहीं तलाक नहीं पाई इससे साफ पता चलता है की फरीदाबाद के थानों में दर्ज होने वाले गुमसुदगी के मामलों में सेवा सुरक्षा और सहियोग का नारा देने वाली पुलिस उन्हें खोजने में कितनी संजीदगी से काम करती है। फिलहाल बच्चे के मिलने के बाद अब परिजनों के चेहरे पर खुशी दोबारा लौट आई है और वह स्टेट क्राइम की टीम का तहेदिल से धन्यवाद करते नहीं थक रहे है।
वही 6 महीने से लापता अपने देवर को मिलने के बाद उसकी भाभी रजनी के चेहरे पर भी खुशी लौट आई है। रजनी ने बताया कि उसका देवर बचपन से ही बोलने और सुनने में असमर्थ था और वह अचानक 6 महीने पहले घर से लापता हो गया था जिस को खोजने के लिए उन्होंने दिल्ली एनसीआर और पूरे फरीदाबाद में काफी प्रयास किया लेकिन उसे वह कहीं नहीं मिला। फिलहाल आज स्टेट क्राइम की टीम ने उनके देवर को खोज कर उनके हवाले किया है जिसके लिए वह स्टेट क्राइम  की टीम और टीम की अगुवाई कर रहे एएसआई अमरसिंह का तहे दिल से धन्यवाद करते हैं। वहीं रजनी ने बताया की उनके देवर की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी आदर्श नगर थाने में दर्ज थी लेकिन बावजूद उसके पुलिस से उन्हें उनके देवर को खोजने में कोई मदद नहीं मिली।
वहीं इस मामले में कार्रवाई करते हुए स्टेट क्राइम के एसआई अमर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि इस बच्चे की आदर्श नगर थाने में 6 महीने पहले लापता होने का मामला दर्ज कराया गया था । फिलहाल 2 महीने पहले ही DG क्राइम OP सिंह के निर्देश पर  इस बच्चे को खोजने की फाइल प्राप्त हुई थी जिस पर कार्रवाई करते हुए उन्होंने दिल्ली-एनसीआर सहित सभी जगहों पर बच्चे की तलाश की इसी दौरान उन्हें सूचना मिली कि बच्चा पाली स्थित अनादि वृद्ध सेवा सदन में है । सूचना मिलने के बाद वह आश्रम  पहुंचे और उसके परिजनों को बुलवाकर बच्चे से मिलवाया फिलहाल सभी कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद बच्चे को उसके परिजनों को सौंप दिया गया है।

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