महेंद्रगढ़ के गांव बलाना के रहने वाले सुरेंद्र जो कि सीआरपीएफ में छत्तीसगढ़ में सेना में कार्यरत थे। उनकी ड्यूटी के दौरान हर्दयगति रुक जाने की वजह से उनकी सहादत हो गई। जैसे उनके शहीद होने की खबर गांव में पहुची तो वैसे ही पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। आज उनका पार्थिव शरीर उनके गांव में पहुंचा तो वंहा मौजूद सभी की आंखों से आशु चलखने लगे। उनको श्रदांजलि देने के लिये पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा सहित क्षेत्र के अनेक गणमान्य लोगों के साथ साथ सीआरपीएफ की टुकड़ी भी वंहा पहुची।
जंहा उनका राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस मौके पर पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने कहाकि सुरेंद्र की सहादत से आज पूरा क्षेत्र शोक में है हमारे भाई को कभी भुलाया नही जा सकता है वो अपने पीछे दो पुत्र छोड़कर कर गये है जिनमें एक कि उम्र 11 व दूसरे की 7 साल है।