कुलदीप बिश्नोई ने अपने गृह जिले हिसार और पैतृक भूमि आदमपुर में जाकर अपने आगे के राजनीतिक सफर के लिए कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोली। शाम से लेकर रात तक वह कार्यकर्ताओं के बीच रहे और उनकी भावनाएं जानने की कोशिश की। कार्यकर्ताओं ने फैसला अब कुलदीप बिश्नोई पर ही छोड़ दिया है और कहा कि वह जो फैसला लेंगे मंजूर होगा।
कुलदीप ने यह कहते हुए भारतीय जनता पार्टी में जाने के संकेत दिए हैं कि उनका वनवास जल्द खत्म होने वाला है। वह किसी छोटे-मोटे दल में नहीं बल्कि बड़े दल में ही जाएंगे। हालांकि उनकी आप में शामिल होने की भी अटकलें लगाईं जा रही हैं.