होडल में मनरेगा घोटाले में होडल थाने में एक बी डी पी ओ सहित 5 ग्राम सचिवों और दो डी सी रेट के कर्मचारियों के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। इससे पहले भी जिले के थानों में मुकदमें दर्ज हो चुके हैं। जिला परिषद की सीईओ मनीषा शर्मा द्वारा जिला विजिलेंस कमेटी अध्यक्ष व एडीसी उत्तम सिंह के नेतृत्व में बनी कमेटी की जांच रिपोर्ट के आधार पर केस दर्ज करवाए गए हैं।
लेकिन उसके बाद भी पुलिस नही कर रही गिरफ्तार। लोगों ने कहा की सरपंचों के खिलाफ भी होने चाहिए मामले दर्ज। क्यों की इस घोटाले में सरपंच भी शामिल थे। लेकिन पंचायत अधिकारी कार्यालय में कर्मचारी इतना होने पर भी कार्यालय में फोन चलाकर फिल्म देख रहे हैं।
दरअसल पंचायती राज संस्था के कार्य कराने के लिए जिले में छह ब्लॉक हैं, जिनमें पलवल, होडल, हथीन, हसनपुर, पृथला व बड़ौली शामिल हैं। इन सभी ब्लॉकों में मनरेगा के तहत हुए कार्यों में अनियमितताएं बरती गई हैं। अनियमितताएं बरतने पर पलवल सदर थाना, हथीन, होडल, हसनपुर, गदपुरी व चांदहट में मुकदमें दर्ज करवाए गए हैं। इसी प्रकार होडल थाने में भी मनरेगा कार्यों में बरती अनियमितताओं को लेकर केस दर्ज करवाया गया है।
होडल थाना प्रभारी अनूप सिंह ने बताया कि एडीसी उत्तम सिंह की जांच रिपोर्ट के आधार पर सीईओ जिला परिषद मनीषा शर्मा के बयान पर होडल के बी डी पी ओ के साथ 5 ग्राम सचिव दो डी सी रेट के कर्मचारियों सहित अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया है। उन्होंने कहा की अभी जांच की जा रही है और जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
गांव हिदायतपुर के पंचायत मेंहबर गोविंदराम ने कहा की उसने भी मनरेगा में काम किया था और गांव के कुछ लोगों ने भी काम किया था और गांव के सरपंच ने अधिकारियों के साथ मिलकर ट्रैक्टरों और जी सी बी मशीन से काम कराया था लेकिन उनकी आज तक काम करनेका पैसा नही दिया है। मेहंबर ने कहा की इसमें गांव कें सरपंचो के खिलाफ भी मामला दर्ज किया जाना चाहिए।