पिछले साल जून माह की 27 तारीख को झज्जर के लघु सचिवालय में स्थित तहसील कार्यालय में लगी आगजनी की घटना की परतें अब खुलने लगी है। आगजनी की इस घटना में तहसील कार्यालय के कांनूगों बिक्री के कमरे में रखा काफी रिकार्ड जलकर राख हो गया था। हांलाकि जिस समय आग लगी उस दौरान पुलिस ने मामला दर्ज कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली थी। लेकिन मामले में कोई गिरफ्तारी पुलिस द्वारा नहीं की गई थी। जबकि आमजन को पहले से ही आभास था कि हो न हो यह तहसील रिकार्ड को जलाने की साजिश है और इसमें कई राज दफन किए गए है।
लेकिन पिछले दिनों जब झज्जर के एसपी वसीम अकरम ने बहादुरगढ़ के एक जमीन की फर्जीवाड़े के मामले में तत्कालीन
तहसीलदार व मौजूदा समय में रोहतक के डीआरओ पद पर कार्यरत एक अधिकारी को जब गिरफ्तार किया तो मामला खुद-बखुद अधिकारियों की समझ में आ गया। एसपी वसीम अकरम ने आगजनी के इस मामले में त्वरित कार्यवाहीं करते हुए पुलिस को मामले का खुलासा करने और आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी करने के आदेश दिए।
मामले में पुलिस ने बराही गांव के राहुल को काबू किया है। इस मामले में पुलिस ने बहादुरगढ़ क्षेत्र के बेचिराग गांव खेड़का मुसलमान में कस्टोडियन की जमीन में हुए फर्जीवाड़ा के मामले में गहनता से जांच पड़ताल करते हुए एक आरोपी राकेश निवासी गांव मांडोठी को गिरफ्तार किया गया था। जमीन के फर्जीवाड़ा के संबंध में थाना सदर बहादुरगढ़ में दर्ज एक मामले में पकड़े गए आरोपी राकेश निवासी मांडोठी ने पूछताछ में आगजनी की उपरोक्त घटना के संबंध में खुलासा किया था।
उसी समय पुलिस को पता लगा था कि आरोपी राकेश उपरोक्त ने अपने अन्य साथी राहुल पुत्र रणबीर निवासी बराही से काबू किया गया। गिरफ्त में आए आरोपी राहुल के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसे माननीय अदालत में पेश किया गया। जहां से आरोपी को पूछताछ के लिए एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। थाना शहर झज्जर में तैनात उप निरीक्षक सुमित कुमार की टीम ने रिमांड के दौरान पूछताछ में आरोपी की निशानदेही पर उसके कब्जे से आगजनी की उपरोक्त वारदात में इस्तेमाल की गई डस्टर गाड़ी को बरामद किया गया।
उपरोक्त गाड़ी का इस्तेमाल करके आरोपी राकेश व राहुल दोनों ही एडीसी कार्यालय झज्जर के पास पहुंचे थे। रिमांड
के दौरान पूछताछ के पश्चात आरोपी राहुल के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसे अदालत में पेश किया गया। जहां से आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि जमीन फर्जीवाड़ा के मामले में जेल में बंद आरोपी राकेश निवासी मांडोठी को भी आगजनी के उपरोक्त मामले में गिरफ्तारी के लिए जल्द ही प्रोडक्शन वारंट पर लाया जाएगा। जिसके पश्चात कस्टोडियन के रिकॉर्ड में आग लगाने की वारदात के संबंध में विस्तृत खुलासा होने की
संभावना है।