दिल्ली एनसीआर में जैसे-जैसे गर्मी का प्रकोप बढ़ रहा है वैसे-वैसे आगजनी की घटनाएं बढ़ने लगी हैं । जिस की हाल ही में दिल्ली के मुंडका में हुई आगजनी में 27 लोगों की जलने से दर्दनाक मौत हो गई थी अब ताजा मामला दिल्ली से सटे फरीदाबाद के सेक्टर 37 इलाके से सामने आया है जहां पर एक बैटरी बनाने वाली वर्कशॉप में आज सुबह भीषण आग लग गई । जिसकी चपेट में आने से दिल्ली के ही रहने वाले 3 मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई ।
फिलहाल पुलिस ने मृतकों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए फरीदाबाद के सिविल अस्पताल बादशाह खान की मोर्चरी में रखवा दिया है और पूरे मामले की जांच में जुट गई है कि आखिर आग लगने की वजह क्या रही और क्या वर्कशॉप मालिक के पास कोई फायर सेफ्टी के उपकरण और लाइसेंस था या नहीं । पुलिस के मुताबिक यदि जांच में कोई दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
आगजनी की यह वही तस्वीरें हैं जो दिल्ली से सटे फरीदाबाद के सेक्टर 37 स्थित अनंगपुर डेरी के पास से आई है । इस घ्यन के चश्मदीद के मुताबिक वह अपनी दुकान में थे कि तभी उनके सामने बनी बैटरी बनाने वाली वर्कशॉप में अचानक आग लग गई जब वह अपनी दुकान से बाहर आये तब वर्कशॉप से शैल के फूटने की आवाजें आ रही थी । वहीं आग लगने के चलते वहां पर भगदड़ मच गई चश्मदीद के मुताबिक इसमें लगभग 30-35 मजदूर काम करते थे जिनमें से 10 -12 मजदूर दिल्ली के लाल कुआं के रहने वाले थे ओर लगभग सभी अनमैरिड थे आग लगने के बाद सभी ने बाहर भाग कर अपनी जान बचाई । लेकिन तीन मजदूर बाथरूम में आग से बचने के लिए छुप गए जो बाहर नहीं निकल पाए और उनकी आग की चपेट में आने से दर्दनाक मौत हो गई।
वही सेक्टर 37 थाना प्रभारी रामपाल के मुताबिक उन्हें घटना के बारे में जैसे ही सूचना मिली वह अपने दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और फायर ब्रिगेड के साथ मिलकर आग पर काबू पाने का प्रयास किया। इस घटना में दिल्ली के रहने वाले 3 मजदूरों के आग की चपेट में आने से मौत हुई है जिनके शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए फरीदाबाद के सिविल अस्पताल बादशाह खान की मोर्चरी में रखवा दिया गया है । फिलहाल आग लगने के कारणों के बारे में स्पष्ट नहीं हो पाया है पूरे मामले की जांच की जा रही है इसके बाद स्पष्ट हो पाएगा कि आग लगने की मुख्य वजह क्या रही।