विजिलेंस टीम ने सदर थाने में तैनात एएसआई विक्रम सिंह को 25 हजार की रिश्वत लेते रंगेहाथ दबोच लिया। विजिलेंस इंस्पेक्टर ने बताया कि आरोपी एएसआई के खिलाफ सिटी थाने में भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत केस दर्ज कराकर मामले की छानबीन प्रारंभ कर दी गई है।
विजिलेंस इंस्पेक्टर कुलवंत सिंह ने बताया कि चरखी निवासी सुनील ने हिसार विजिलेंस ऑफिस में शिकायत पत्र दी थी। शिकायतकर्ता ने बताया था कि उसके भाई के खिलाफ फायरिंग करने और मारपीट के मामले में सदर थाने में रिपोर्ट कराई गई थी। इस मामले में जांच अधिकारी एएसआई विक्रम सिंह उनसे 25 हजार रिश्वत मांग रहा है। रिश्वत नहीं देने पर केस को मजबूत कर उसके भाई को सख्त सजा दिलाने की धमकी भी उन्हें दी गई है।
शिकायत के आधार पर विजिलेंस भिवानी की टीम को उनकी इंस्पेक्टर कुलवंत की अगुवाई में दादरी भेजा गया। वहीं, शिकायतकर्ता को रंग लगाकर 500-500 के 50 नोट दिए गए। दोपहर बाद शिकायतकर्ता सदर थाने पहुंचा और वहां एएसआई को 25 हजार रुपये रिश्वत दे दी। एएसआई के नोट पकड़ते ही विजिलेंस वहां पहुंच गई। विजिलेंस टीम ने एएसआई को काबू कर लिया। इसके बाद उसे सीआईडी ऑफिस लाया गया और वहां सिटी थाना पुलिस के हवाले किया गया। आज उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।
ये था मामला
19 फरवरी 2022 को सदर थाने में सशस्त्र अधिनियम समेत धारा 147, 148, 149, 323, 341 व 506 के तहत केस दर्ज हुआ था। इस मामले में नौ नामजद आरोपियों समेत सात अन्य आरोपी थे। शिकायतकर्ता का भाई भी इन्हीं में से एक था। एएसआई ने उसके परिजनों को रिश्वत न देने पर उसका रिमांड लेने की भी धमकी दी।