फ़तेहाबाद में रिटायर्ड नायब तहसीलदार सुरजाराम हुड्डा, डीसी के पीए ऋषिराज और एमएलसी अजमेर सिंह को बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को लेकर अपत्तिजनक टिप्पणी करना महंगा पड़ गया है। तीनों के खिलाफ फ़तेहाबाद शहर थाना पुलिस ने एससी/एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। बता दें कि 15अप्रैल 2022 को सोशल मीडिया पर एक ऑडियो वायरल हुआ था जिसमें फ़तेहाबाद के लघु सचिवालय में लगी बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति को जेसीबी से उखाड़ कर फेंकने की बात की जा रही थी। आरोप है कि ऑडियो में बातचीत उक्त लोगों की थी और इस संबंध में बहुजन समाज के लोगों ने फतेहाबाद में प्रदर्शन करके डीसी और एसपी को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की थी। फतेहाबाद के डीएसपी सुभाष चंद्र ने बताया कि बहुजन समाज के लोगों ने एसपी को शिकायत सौंपकर डीसी के पीए ऋषि राज, रिटायर्ड नायब तहसीलदार सुरजाराम हुड्ढा और एमएलसी अजमेर सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
इन लोगों का एक ऑडियो वायरल हुआ था जिसमें यह लोग आपस में बातचीत करके फतेहाबाद के लघु सचिवालय में लगी डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति को जेसीबी से उखाड़ फेंकने की बात करते हुए सुनाई दिए। बहुजन समाज के लोगों की शिकायत पर उक्त तीनों के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है और पुलिस मामले में आगे जांच कर रही है। वहीं इस मामले में शिकायतकर्ता भूषण कुमार ने बताया कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर देश के संविधान निर्माता हैं और उनके खिलाफ इस तरह की आपत्तिजनक टिप्पणी बर्दाश्त नहीं की जा सकती, इसलिए बहुजन समाज के लोग और बुद्धिजीवी लोग काफी संख्या में एकत्रित होकर डीसी और एसपी से मिले और उनसे आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई।
बहुजन समाज की ओर से इस मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर एसपी से मिलने पहुंचे एडवोकेट रजत कलसन ने बताया कि रिटायर्ड नायब तहसीलदार सुरजाराम हुड्डा, डीसी के पीए ऋषिराज और एमएलसी अजमेर सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग के लिए एसपी से मिलने के लिए बहुजन समाज का प्रतिनिधिमंडल पहुंचा है और एसपी की ओर से मिलने बताया गया है कि बहुजन समाज की शिकायत पर तीनों आरोपियों के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत शहर थाना में केस दर्ज कर लिया गया है। एसपी की कार्रवाई से फिलहाल बहुजन समाज संतुष्ट है और हमारी आगामी कार्रवाई के लिए मांग है कि जल्द से जल्द पुलिस सभी आरोपियों को गिरफ्तार करे।