कुमारी सैलजा ने चार लोगों की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए इस दर्दनाक घटना के लिए सीधे तौर पर भाजपा जजपा सरकार को ज़िम्मेदार ठहराया। इस दौरान ग्रामीणों ने गांव स्थित इस एसटीपी को हटाकर ट्रीटमेंट प्लांट से जोड़े जाने की मांग की। जिस पर कुमारी सैलजा ने सरकार से इस एसटीपी को हटाए जाने और इसे ट्रीटमेंट प्लांट से जोड़े जाने की मांग की। कुमारी सैलजा ने कहा कि मृतक राहुल के पिता महावीर भी एसटीपी में ही कार्यरत थे, मगर उन्हें दो माह पहले नौकरी से निकाल दिया गया। तुरंत प्रभाव से उनकी नौकरी बहाल की जाए।
हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा कहा कि इस तरह की घटनाओं को लेकर अदालतों ने भी सफाई कर्मचारियों के लिए विशेष फैसले लिए हैं। सफाई कर्मचारियों को मास्क, ऑक्सीजन सिलेंडर, सुरक्षा किट समेत अन्य जरुरी संसाधनों के बिना ही सीवर में उतार दिया जाता है, जोकि सफाई कर्मचरियो के जीवन के साथ बडा खिलवाड़ है। मैनुअल स्कैवेंजर्स और उनके पुनर्वास अधिनियम, 2013 के प्रावधानों का भी उपरोक्त मामले में उल्लंघन हुआ है।
कुमारी सैलजा ने कहा कि अप्रैल महीने में ही पलवल और पानीपत में भी सीवर में उतरे सफाई कर्मियों की मृत्यु चुकी है। नौ अप्रैल को पलवल में सीवर लाइन में उतरे एक सफाई कर्मी की मौत हुई, जबकि तीन की हालत गंभीर बन गई। 14 अप्रैल को पानीपत में एक कर्मी की जान चली गई तो दो गंभीर हालत में पहुंच गए। इन घटनाओं की वजह मास्क, ऑक्सीजन सिलेंडर आदि जरूरी संसाधनों की कमी ही थी। इन दो बड़ी घटनाओं से सबक न लेने की वजह से ही उकलाना में एक साथ चार जान चली गई।
हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि लोगों की जान जा रही है और सरकार चुप्पी साधे हुए है। इससे पता चलता है कि प्रदेश सरकार असंवेदनशील है, उसे लोगों की जिंदगी की कोई परवाह नहीं है।