हरियाणा के शिक्षा मंत्री 12वीं फेल हैं! यह हम नहीं बल्कि हरियाणा के एक सरकारी अध्यापक ने कह रहे हैं। शिक्षा मंत्री को 12वीं फेल बताने वाले फतेहाबाद के सरकारी स्कूल के अध्यापक का वीडियो भी वायरल हो रहा है। इस वायरल वीडियो ने हरियाणा के शिक्षा विभाग की नींद उड़ा कर रख दी है। जैसे ही यह वीडियो शिक्षा विभाग के संज्ञान में आया तो विभाग की ओर से तुरंत वीडियो पर संज्ञान लेते हुए संबंधित अध्यापक के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए हैं। फतेहाबाद के जिला शिक्षा अधिकारी ने 2 दिन के अंदर अध्यापक के खिलाफ जांच पूरी कर रिपोर्ट मांगी है
दरअसल, हरियाणा में सरकार द्वारा अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई के लिए अलग से मॉडल संस्कृति स्कूल खोलने की योजना शुरू की गई है। सरकार की इस योजना के तहत फ़तेहाबाद के धर्मशाला रोड स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में विद्यार्थियों के दाखिले की प्रक्रिया चल रही है। लेकिन इस स्कूल में पहले से पढ़ाई कर रहे बच्चों के अभिभावकों में इस बात को लेकर नाराजगी पैदा हो गई कि उनके बच्चों को अगली कक्षा में दाखिले के लिए अंग्रेजी में टेस्ट पास करना पड़ेगा और टेस्ट पास नहीं करने वाले बच्चों को किसी और स्कूल में दाखिले के लिए जाना होगा। बच्चों के दाखिले से जुड़ी अपनी इस समस्या के समाधान की मांग को लेकर बड़ी संख्या में अभिभावक कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ मंगलवार को सरकारी स्कूल में पहुंचे और समस्या के समाधान की मांग करने लगे।
समाधान की मांग कर रहे अभिभावकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ उक्त सरकारी स्कूल के अध्यापक की बहस हो गई और देखते ही देखते आग बबूला हुए सरकारी स्कूल के अध्यापक ने स्कूलों में दाखिले की समस्या को लेकर सरकार के नियमों को जिम्मेदार ठहराते हुए हरियाणा के शिक्षा मंत्री को 12वीं फेल बता दिया। इसके बाद मौके पर काफी बहस अध्यापक और अभिभावकों के बीच हुई। अध्यापक और अभिभावकों के बीच हुई इस पूरी बहस का वीडियो वायरल हो गया। इस वायरल वीडियो में अभिभावकों के साथ मौजूद समाजसेवी हरदीप सिंह से जब पूरे मामले के बारे में जानकारी हासिल की गई तो फ़तेहाबाद के समाजसेवी हरदीप सिंह ने बताया कि फ़तेहाबाद के धर्मशाला रोड स्थित सरकारी विद्यालय में बच्चों को अगली कक्षा में दाखिला देने को लेकर अंग्रेजी में टेस्ट पास करने की शर्त रखी जा रही है।
स्कूल में जाकर जब कारण पूछा गया तो पता चला कि सरकार की ओर से अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई के लिए प्रदेश में मॉडल संस्कृति स्कूल खोलने की योजना के तहत इस स्कूल में एडमिशन शुरू किया गए हैं और इस कारण पहले से यहां पढ़ाई कर रहे बच्चों को किसी और स्कूल में दाखिला लेने के लिए कहा जा रहा है। इस समस्या के निदान की मांग के लिए जब स्कूल में अभिभावक पहुंचे तो स्कूल के अध्यापक ने कहा कि वह इस स्कूल में दाखिले के लिए अंग्रेजी में टेस्ट लेंगे। अंग्रेजी में टेस्ट लेने की शर्त रखने के बाद मौके पर बहस के दौरान अध्यापक ने प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था की बदहाली के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए प्रदेश के शिक्षा मंत्री को ही 12वीं फेल बता दिया। हरदीप सिंह ने कहा कि बहस करने वाले अध्यापक ने समस्या का समाधान करने की बजाय पूरे मामले को राजनीतिक रूप देने का प्रयास किया है।
इस घटनाक्रम के बाद हमने फिलहाल डीसी के माध्यम से शिकायत दर्ज करा कर बच्चों के दाखिले से जुड़ी समस्या के समाधान की मांग की है। साथ ही दुर्व्यवहार करने वाले अध्यापक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। इस पूरे घटनाक्रम के वायरल वीडियो को लेकर जब फतेहाबाद के जिला शिक्षा अधिकारी दयानंद सिहाग से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सरकारी अध्यापक के गैर जिम्मेदाराना बयान के संबंध में एक वीडियो कल से वायरल हुआ है जो हमारे संज्ञान में आया है। इस वायरल वीडियो पर संज्ञान लेते हुए संबंधित अध्यापक के खिलाफ 2 दिन में जांच पूरी करने के आदेश दिए गए हैं।
जांच रिपोर्ट में जो भी आरोप अध्यापक के खिलाफ मिलेंगे उसके अनुसार रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजकर अध्यापक के खिलाफ नियमानुसार विभागीय कार्रवाई की जाएगी। जहां तक सवाल बच्चों के दाखिले की समस्या का है तो हमें डीसी महोदय की तरफ से पत्र प्राप्त हुआ है जिसमें आदेश मिला है कि कोई भी बच्चा स्कूल में बिना दाखिले की नहीं रहे। डीसी के आदेश पर मेरी (जिला शिक्षा अधिकारी) ओर से भी खंड शिक्षा अधिकारी को पत्र भेजकर स्पष्ट आदेश दिए गए हैं कि किसी भी बच्चे का दाखिला प्रभावित नहीं हो और सभी बच्चों का दाखिला सुनिश्चित किया जाए।