
फतेहाबाद के गांव नागपुर में सोमवार को एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचीं भाजपा सांसद सुनीता दुग्गल ने अपने खिलाफ कुछ संगठन के युवाओं द्वारा की जा रही ‘ नाजायज’ नारेबाजी से खफा होकर प्रदर्शनकारी से माइक छीन लिया। माइक छीनकर सांसद सुनीता दुग्गल ने प्रदर्शनकारियों से पूछा कि, “जब मैंने आपके सामने मौके पर डीसी को फोन करके 10 दिन में कार्रवाई का आश्वासन दिला दिया है तो फिर आप लोग मेरे खिलाफ नारेबाजी क्यों कर रहे हैं?”, इसके बाद सांसद की मौके पर प्रदर्शनकारियों से काफी बहस हुई और बहस के बाद सुरक्षाकर्मियों के बीच बचाव के चलते सांसद सुनीता दुग्गल मौके से चली गईं। प्रदर्शनकारियों और भाजपा सांसद सुनीता दुग्गल के बीच इस पूरे वाकया का लाइव वीडियो भी सामने आया है जिसमें दोनों पक्ष आपस में काफी तैश में दिखाई दिए।
वहीं इस पूरे घटनाक्रम के बाद मौके पर प्रदर्शन कर रहे भारतीय किसान यूनियन (उगराहां) के युवा नेता निर्भय सिंह ने बताया कि नागपुर ब्लॉक के गांव अलीका में एक पंचायती कुएं की जमीन पर किसी धनाढ्य व्यक्ति ने नाजायज कब्जा किया हुआ है। इस नाजायज कब्जे को छुड़वाने के लिए शहीद भगत सिंह नौजवान सभा के नेतृत्व में गांव के युवा कानूनी कार्रवाई में लगे हुए हैं और कागजी कार्रवाई में सामने आया कि गैर कानूनी ढंग से कुएं पंचायती जमीन को फर्जीवाड़े से और भ्रष्टाचार करके हथियाने का षड्यंत्र किया गया।
इस अवैध कब्जे को छुड़वाने की मांग को लेकर सोमवार को नागपुर गांव में भारतीय किसान यूनियन (उगराहां), शहीद भगत सिंह नौजवान सभा, देहाती मजदूर सभा सहित कई संगठनों के युवा नेताओं ने धरना लगाया हुआ था। गांव में सांसद सुनीता दुग्गल के आगमन की सूचना पर मौके पर प्रदर्शनकारी एकत्रित हुए और इस दौरान सांसद सुनीता दुग्गल उनके बीच पहुंचीं। सांसद सुनीता दुग्गल ने समस्या सुनी तो उन्होंने 1 महीने में कार्रवाई का आश्वासन दिया। 1 महीने में कार्रवाई के आश्वासन से प्रदर्शनकारी लोग संतुष्ट नहीं थे और सभी ने नारेबाजी कर विरोध किया, जिसके बाद सांसद सुनीता दुग्गल ने डीसी को मौके पर ही फोन करके 10 दिन में कार्रवाई का आश्वासन दिलवाया। 10 दिन में कार्रवाई के आश्वासन के बाद फिलहाल धरना स्थगित कर दिया गया है। अगर 10 दिन में कार्रवाई नहीं हुई तो इसके बाद बड़े स्तर पर आंदोलन शुरू किया जाएगा।
आश्वासन दिए जाने के बावजूद सांसद सुनीता दुग्गल के खिलाफ नारेबाजी किए जाने और माइक छीनने की घटना पर प्रदर्शनकारी युवा कुछ नहीं बोले लेकिन सांसद सुनीता दुग्गल ने इस पूरे घटनाक्रम पर कहा कि आश्वासन दिए जाने के बावजूद इस तरह से विरोध करना और नारेबाजी करना राजनीति से प्रेरित समझ आता है। सांसद सुनीता दुग्गल ने कहा कि सोमवार को नागपुर, अलीका गांव सहित विभिन्न गांवों में सरकार के आदेश के अनुसार निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर लगाए गए और इनके निरीक्षण की जिम्मेदारी मुझे दी गई थी। निरीक्षण के दौरान गांव नागपुर में कुछ युवा लोग धरना लगाकर बैठे थे। इनकी समस्या जानने के लिए मैं खुद उनके बीच पहुंची। मौके पर युवाओं ने बताया कि अलीका गांव में पंचायती कुएं की जमीन पर किसी ने कब्जा किया हुआ है और इस नाजायज कब्जे को हटवाने की मांग युवाओं की थी।