सांसद दीपेन्द्र हुड्डा आज करनाल में कई कार्यक्रमों में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारे दोनों खिलाड़ी किसी रोड एक्सीडेंट में नहीं मरे, बल्कि इनकी जान सरकार की उपेक्षा के शिकार स्टेडियम में अभ्यास करते हुए गई है। बीजेपी सरकार इसके लिए जिम्मेदार है। बीजेपी सरकार खिलाड़ियों से माफी मांगे कि 11 साल में नया स्टेडियम बनाना तो दूर, मौजूदा स्टेडियमों का रिपेयर तक नहीं कराया। उन्होंने मांग करी कि हार्दिक व अमन दोनों खिलाड़ियों के परिवार को न्याय मिले, परिवार के एक सदस्य को पक्की सरकारी नौकरी और कम से कम 1 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद दी जाए। मेरे द्वारा स्टेडियम के रखरखाव के लिए सांसद निधि से दिए गए साढ़े 18 लाख रुपये को न लगाने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध आपराधिक लापरवाही का मुकदमा दर्ज हो, कठोर कार्रवाई हो। कांग्रेस की हुड्डा सरकार के समय बने सभी 481 खेल स्टेडियमों के रखरखाव के लिए पर्याप्त बजट दिया जाए। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि दुर्भाग्य की बात है कि खेलों की खान कहे जाने वाले खेल प्रदेश हरियाणा को भारत सरकार ने भी अपने 3500 करोड़ के खेल बजट में से केवल 80 करोड़ ही दिया है। ये हमारे प्रदेश के खिलाड़ियों और मेडलों का अपमान है। जो प्रदेश अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में 50% से ज्यादा मेडल जीतता है उसको देश के खेल बजट में सबसे कम बजट देना अन्याय है। इस दौरान सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने करनाल निवासी खिलाड़ी सम्राट राणा को गोल्ड मेडल जीतने की बधाई दी।
उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश सरकार के अहंकारी रवैये ने दो परिवारों के चिराग बुझा दिए। जर्जर खेल व्यवस्था पर बार-बार सवाल उठाने पर भी सरकार सोती रही। इस आपराधिक अनदेखी की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री जी को लेनी होगी और हार्दिक और अमन के परिवारों को न्याय देना होगा। बीजेपी सरकार ने हरियाणा के खिलाडियों के हितों की घोर उपेक्षा की। कांग्रेस सरकार के समय ग्रुप सी, डी में मिलने वाले 3 प्रतिशत खेल कोटे को खत्म कर दिया। खिलाड़ियों को प्रमोशन से वंचित कर दिया, 2021 के बाद से कैश अवार्ड से भी वंचित कर दिया। कांग्रेस सरकार के समय जूनियर, सब-जूनियर खिलाड़ियों, यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को भी कैश अवार्ड दिया जाता था। कांग्रेस की हुड्डा सरकार ने स्कूल स्तर पर कक्षा 1 से खेल-खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए SPAT नीति बनाई, जिसे भाजपा सरकार ने अंततः समाप्त कर दिया। स्पैट नीति के तहत SC समाज की बेटियों को जिले/राज्य स्तर तक पहुंचने पर 40 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती थी, इसे भी भाजपा सरकार ने खत्म कर दिया। कांग्रेस की हुड्डा सरकार ने पूरे प्रदेश में अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियमों समेत 481 खेल स्टेडियम बनवाए। लेकिन पिछले 11 साल में बीजेपी सरकार ने प्रदेश भर के स्टेडियमों और खेल नर्सरियों की दुर्दशा कर डाली।