वीर चक्र से सम्मानित कर्नल सुनहरा सिंह शुक्रवार पंचतत्व में विलन हो गए। उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ शिवपुरी मॉडल टाउन करनाल में किया गया।
उनके बेटे सुखबीर ने उन्हें मुखाग्नि दी। वे अपने पीछे एक बेटा व तीन बेटियां छोड़ गए है। उनके दामाद हरियाणा राज्य चुनाव आयुक्त देवेंद्र कल्याण है।
उनकी अंतिम यात्रा में हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण शामिल हुए और उनके आकस्मिक निधन पर गहरा दुख प्रकट किया और परिजनों को सांत्वना दी।
उनकी अंतिम यात्रा में प्रशासनिक अधिकारी सहित बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए।
हरविन्द्र कल्याण ने अपने सोशल मीडिया वॉल पर लिखा कि कर्नल सुनहरा सिंह रिश्ते में उनके मौसा जी लगते है।
उनके निधन से परिवार के साथ—साथ समाज को भी बड़ी क्षति हुई है। उन्होंने पूरा जीवन समाज व राष्ट्र को समर्पित किया है।
उनका जीवन देश प्रेम, त्याग और अद्भुत शौर्य से परिपूर्ण हम सभी के लिए हमेशा मार्गदर्शक रहेगा। उनसे हमेशा बहुत कुछ सीखने को मिला उनकी कमी सदा महसूस होगी।
उन्होंने देश के लिए तीन युद्ध लड़े तथा भारत के राष्ट्रपति ने 1971 में पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध में उनके अदम्य साहस के लिए उन्हें वीर चक्र से सम्मानित किया।
रिटायरमेंट के बाद उन्होंने अपना शेष जीवन बच्चों की शिक्षा के लिए समाज को समर्पित किया तथा वीरगति प्राप्त जवानों के बच्चों को अपने स्कूल में निशुल्क शिक्षा दी।