
बारिश से तरबतर करने वाला मानसून बुधवार को हरियाणा से विदा हो गया। 24 वर्षों में पहली बार मानसून की विदाई इतनी जल्दी हुई है।
इससे पहले 2001 में 18 सितंबर को मानसून की हरियाणा से वापसी हुई थी। उसके बाद के वर्षों में मानसून की विदाई सितंबर के आखिरी दिनों व अक्तूबर के पहले या दूसरे हफ्ते में होती रही है।
मानसून सीजन में इस बार सामान्य से 36 फीसदी ज्यादा बारिश दर्ज की गई। 418 मिलीमीटर के मुकाबले हरियाणा में 568.4 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हुई है।
हरियाणा में मानसून का आगमन 24 जून को हुआ था। जून से लेकर दस सितंबर तक मानसून पूरी तरह से सक्रिय रहा है।
हर महीने सामान्य से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। जून में 71.7 एमएम बारिश रिकॉर्ड हुई, जो सामान्य से 30 फीसदी अधिक थी।
जुलाई में 173.8 मिलीमीटर बारिश हुई, जो सामान्य से 15 फीसदी अधिक दर्ज हुई।
वहीं, अगस्त में 194.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई, जो सामान्य से 32 फीसदी अधिक थी। सितंबर में 129.5 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हुई, जो सामान्य से 77 फीसदी ज्यादा है।