
सांसद दीपेन्द्र सिंह हुड्डा आज करनाल में कई सामाजिक कार्यक्रमों में शिरकत करने पहुंचे। इस दौरान बातचीत में उन्होंने कहा है कि भिवानी में हुई शिक्षिका की हत्या की जांच सीबीआई से कराने की मांग उनका परिवार कर रहा है इसलिए पीड़ित परिवार की संतुष्टि के लिए जांच सीबीआई को दी जाए।
इतने बड़े आपराधिक मामले में परिवार की संतुष्टि सबसे महत्त्वपूर्ण है और इसमें ही समाज की संतुष्टि है। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले को जिस तरह से हरियाणा सरकार और पुलिस की भूमिका रही है उसको लेकर लोगों में संतुष्टि नहीं हो पा रही है।
इसलिए जरूरी है कि सीबीआई जांच हो ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके। उनको अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करके कड़ी सजा दिलाने की भी मांग की। इस दौरान सांसद सतपाल ब्रह्मचारी मौजूद रहे।
हुड्डा ने कहा कि कानून व्यवस्था में सबका विश्वास बने रहना चाहिए। लेकिन, हरियाणा में अपराधियों के सामने सरकार मजबूर दिखाई देती है। सरकार की कार्यप्रणाली से ऐसा लगता है जैसे उसने अपराधियों के सामने समर्पण कर दिया है।
पुलिस थानों में पीड़ित को मदद मिलने की बजाय दुत्कार कर भगाने की खबरें आम हैं। हरियाणा में अपराधी बेखौफ और सरकार बेबस है और सरकार का इकबाल पूरी तरह खत्म हो चुका है और प्रदेश अपराधियों की शरणस्थली बन चुका है। आए दिन आपराधिक वारदातें सामने आ रही हैं।
लोहारू में शिक्षिका की हत्या के बाद जींद में भी सोते हुए परिवार पर फायरिंग का मामला सामने आया है। गुरुग्राम में फायरिंग हुई है। प्रदेश में रोज तीन से चार हत्याओं को अंजाम दिया जा रहा है। अपराधी जब मर्जी खुलेआम वारदात को अंजाम देते हैं। कानून व्यवस्था की बदतर स्थिति के चलते ही हरियाणा में कोई नया निवेश नहीं आ पा रहा है।
जबकि 2014 से पहले हरियाणा प्रति व्यक्ति निवेश के मामले में पूरे देश का नंबर राज्य था। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि 2005 में कांग्रेस सरकार संभालते ही चौ. भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने सिर्फ़ 2 महीने में कानून-व्यवस्था दुरुस्त कर दी थी। आज फिर जनता को वैसी ही सख़्त सरकार की जरूरत है।