
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि भारत का नया इतिहास लिखने और वर्ष 2047 तक विकसित राष्ट्र का निर्माण करने के लिए युवा शक्ति को अपने हाथों में देश की बागडोर संभालनी होगी। इसके लिए युवाओं को देश के मूल्यों, संस्कृति और विरासत के साथ जुड़ना होगा। इस युवा शक्ति को देश की संस्कृति, संस्कारों के साथ जोड़ने के लिए ही सरकार की तरफ से इंटर स्टेट यूथ एक्सचेंज जैसे कार्यक्रमों का आयोजन नियमित रूप से किया जा रहा है। इस प्रकार के कार्यक्रमों में एक भारत श्रेष्ठ भारत के भी दर्शन सहजता से हो जाते है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी शुक्रवार को देर सायं कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के सभागार में युवा अधिकारिता एवं उद्यमिता विभाग हरियाणा व हरियाणा कौशल एवं औद्योगिकी प्रशिक्षण विभाग के तत्वावधान में आयोजित इंटर स्टेट यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम 2025 के समापन समारोह में बोल रहे थे। इससे पहले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, हरियाणा के खेल मंत्री गौरव गौतम,प्रधान सचिव राजीव रंजन, पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा, भाजपा नेता जयभगवान शर्मा डीडी, भाजपा नेता सुभाष कलसाना ने विभिन्न विभागों की तरफ से कला और संस्कृति को लेकर लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया और युवा पंचायत के मंच पर पगडी पहनी। इसके बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने विधिवत रूप से इंटर स्टेट यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम 2025 के समापन समारोह के कार्यक्रमों का आगाज किया। इस मंच पर गुजरात प्रदेश के कलाकारों ने मनियारी रास और हरियाणा सीडीएलयू सिरसा के कलाकारों ने हरियाणवी लोक नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि इंटर स्टेट यूथ एक्सचेंज कार्यक्रम में देश के कोने-कोने से आए युवाओं की संस्कृति और भाषा एक दूसरे प्रदेश के युवाओं को भा गई। इस संस्कृति के महाकुंभ में विभिन्न प्रदेशों की भाषा और वेशभूषा से भारत की आत्मा की झलक देखने को मिली। इस कार्यक्रम का थीम एक भारत श्रेष्ठ भारत देश की आत्मा और भविष्य का मार्ग प्रस्तत करता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 140वीं जयंती पर एक भारत श्रेष्ठ भारत थीम को शुरू किया था। इसका उद्देश्य भारत की बहुरंगी संस्कृति को उत्सव की तरह मनाते हुए राज्यों के बीच मेलजोल द्वारा राष्ट्र की एकता और अखंडता को मजबूत करना है।
उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से युवाओं को एक-दूसरे को जानने, एक-दूसरे की संस्कृति को समझने और एक-दूसरे के अनुभवों से सीखने का अवसर मिलता है। इससे युवाओं में आत्मविश्वास पैदा होता है और अनेकता में एकता के दर्शन होते है। जब देश का युवा एक सूत्र में बंधा नजर आएगा तब भारत विश्व की सबसे बड़ी शक्ति बनकर उभरेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के द्वारा युवाओं को ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं ताकि युवाओं को काम की तलाश में दूसरे देशों में पलायन न करना पड़े और साथ ही वे नौकरी ढूंढने की बजाय अन्य युवाओं के लिए नौकरियों का सृजन कर सके। इस सरकार ने 10 पिछले साढ़े 10 वर्षों में 1 लाख 80 हजार युवाओं को योग्यता के आधार पर पारदर्शी ढंग से सरकारी नौकरियां दी हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार ने 2 हजार से अधिक रोजगार मेलों का आयोजन कर 1 लाख 6 हजार युवाओं को निजी क्षेत्र में रोजगार दिलवाया है। कौशल प्राप्त युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने के लिए राज्य में अलग से एमएसएमई विभाग का गठन किया है। विदेशों में युवाओं को शिक्षा व रोजगार दिलाने एवं निवेश आकर्षित करने के लिए विदेश सहयोग विभाग बनाया है। युवाओं को परम्परागत व्यवसायों के साथ-साथ आधुनिक व्यवसायों में प्रशिक्षण देने के लिए हरियाणा कौशल विकास मिशन बनाया है। इसके तहत 1 लाख 14 हजार 254 युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया जा चुका है। प्रधानमंत्री की सोच से प्रेरणा लेते हुए हरियाणा सरकार ने भी युवाओं को सक्षम बनाने तथा उनके सर्वांगीण विकास हेतु कई योजनाएं प्रारंभ की हैं।