
हरियाणा पुलिस ने आमजन को साइबर अपराधों के प्रति आगाह करते हुए कहा है कि डिजिटल युग में टेक्नोलॉजी हमारी जिंदगी को आसान बना रही है लेकिन साइबर अपराधी इसी टेक्नोलॉजी का फायदा उठाकर अलग-अलग तरीकों से लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। आजकल साइबर ठगों ने ठगी करने का नया पैंतरा चला है।
पुलिस अधीक्षक ने एडवाइजरी जारी करते हुए आमजन को आगाह किया कि साईबर ठगो ने ठगी का नया पैंतरा ईजाद किया है। उन्होंने बताया कि साईबर ठग किसी भी व्यटसएप ग्रुप मे आरटीओ या आरटीओ चालान नाम से एप्लीकेशन का लिंक भेजकर अपनी गाड़ी के चालान बारे पता करने के लिए अपील करते हैं। जब भी ग्रुप का कोई भी सदस्य उस लिंक को खोलता है तो उसका मोबाईल फोन हैक हो जाता है और उसके बाद साइबर ठग उसका खाता खाली देते हैं।
उसके बाद ठग हैक किए गए मोबाईल फोन से उसके किसी व्हाट्सएप ग्रुप में लिंक भेजते हैं और फिर वही ठगी का खेल खेलते हैं। इस नए पैंतरे में आमजन इसलिए आसानी से फंस जाता है क्योंकि लिंक ग्रुप के सदस्य या जानकार के मोबाईल द्बारा द्बारा भेजा जाता है। पीड़ित समझता है कि अपने ही साथी या जानकार ने लिंक भेजा है जबकि ऐसा लिंक साईबर ठगों किसी जानकार का मोबाइल हैक करके उसके नम्बर से भेजा जाता है।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि किसी भी प्रकार की वित्तीय या ऑनलाइन धोखाधड़ी होने पर राष्ट्रीय हैल्पलाईन नंबर 1930 पर कॉल करके अपनी शिकायत दर्ज करवाएं। इसके अलावा अपनी शिकायत साइबर क्राइम थाना या आपके संबंधित थाने में स्थापित साइबर हैल्प डेस्क पर दें सकते हैं।पुलिस अधीक्षक ने कहा कि आमजन को सतर्क और सावधान रहने की जरुरत है। साईबर ठगी से बचने का जागरूकता ही एकमात्र उपाय है।