
हरियाणा राज्य में मानदेय अप्रेंटिसशिप डिग्री प्रोग्राम शुरू करने वाला कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय पहला विश्वविद्यालय है। रोज़गार-उन्मुख शिक्षा के माध्यम से विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों रोजगार के नवीन अवसर प्राप्त होंगे। यह उद्गार कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने सोमवार को कमेटी रूम में अप्रेंटिसशिप एम्बेडेड डिग्री प्रोग्राम (एईडीपी) का पोस्टर जारी करते हुए कहे।
उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में विश्वविद्यालय के दूरस्थ एवं ऑनलाइन शिक्षा केन्द्र के माध्यम से तीन वर्षीय स्नातक कार्यक्रमों के तहत् छात्रों को अप्रेंटिस के माध्यम से रोजगार के विविध आयामीय अवसर मिलेंगे।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का उद्देश्य है कि छात्रों के अंदर रोजगार एवं एंटरप्रेन्योरशिप की भावना का जागृत करना। इन कोर्स के माध्यम से जहां छात्रों को एक ओर शैक्षणिक कौशल प्राप्त होगा वहीं दूसरी ओर एप्रेंटिसशिप के माध्यम से छात्र अपने कौशल के आधार पर आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढाएंगे।
इस मौके पर दूरस्थ एवं ऑनलाइन शिक्षा केन्द्रकी निदेशिका प्रो. मंजुला चौधरी ने बताया कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय चार स्नातक कार्यक्रमों के लिए ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित कर रहा है। वाणिज्य विभाग के अंतर्गत बी.कॉम. (व्यावसायिक), पर्यटन एवं होटल प्रबंधन विभाग के अंतर्गत बीएमएस (इवेंट मैनेजमेंट), कंप्यूटर विज्ञान एवं अनुप्रयोग विभाग के अंतर्गत सीआईटीए रूसा के सहयोग से बीसीए (उद्योग से जुड़ा), और आईआईएचएस में जैव रसायन विभाग के अंतर्गत बीएससी (मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी – एमएलटी) शामिल हैं। ये तीन वर्षीय, अभ्यास-उन्मुख कार्यक्रम हैं, जिनमें तीसरा वर्ष संबंधित उद्योगों में मानदेय के साथ छात्र अप्रेंटिसशिप करेंगे।
लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया ने बताया कि किसी भी स्ट्रीम में 10$2 उत्तीर्ण करने वाले छात्र इन कार्यक्रमों के लिए आवेदन करने के पात्र हैं और एईडीपी प्रोग्राम के लिए सूचना पुस्तिका, ऑनलाइन आवेदन पत्र के साथ विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
इस अवसर कुवि कुलसचिव डॉ. वीरेंद्र पाल, अधिष्ठाता शैक्षणिक मामले प्रो. दिनेश कुमार, एईडीपी समन्वयक प्रो. मंजुला चौधरी,आईटी सेल के निदेशक प्रो. प्रदीप मित्तल, प्रो. प्रदीप कुमार, प्रो. राकेश कुमार, लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया, प्रो. अनिता दुआ, प्रो. महाबीर नरवाल, प्रो. मोहिन्द्र चांद, डॉ. अंकुश अम्बरदार, उप-निदेशक डॉ. जिम्मी शर्मा सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में विश्वविद्यालय के दूरस्थ एवं ऑनलाइन शिक्षा केन्द्र के माध्यम से तीन वर्षीय स्नातक कार्यक्रमों के तहत् छात्रों को अप्रेंटिस के माध्यम से रोजगार के विविध आयामीय अवसर मिलेंगे।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का उद्देश्य है कि छात्रों के अंदर रोजगार एवं एंटरप्रेन्योरशिप की भावना का जागृत करना। इन कोर्स के माध्यम से जहां छात्रों को एक ओर शैक्षणिक कौशल प्राप्त होगा वहीं दूसरी ओर एप्रेंटिसशिप के माध्यम से छात्र अपने कौशल के आधार पर आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढाएंगे।
इस मौके पर दूरस्थ एवं ऑनलाइन शिक्षा केन्द्रकी निदेशिका प्रो. मंजुला चौधरी ने बताया कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय चार स्नातक कार्यक्रमों के लिए ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित कर रहा है। वाणिज्य विभाग के अंतर्गत बी.कॉम. (व्यावसायिक), पर्यटन एवं होटल प्रबंधन विभाग के अंतर्गत बीएमएस (इवेंट मैनेजमेंट), कंप्यूटर विज्ञान एवं अनुप्रयोग विभाग के अंतर्गत सीआईटीए रूसा के सहयोग से बीसीए (उद्योग से जुड़ा), और आईआईएचएस में जैव रसायन विभाग के अंतर्गत बीएससी (मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी – एमएलटी) शामिल हैं। ये तीन वर्षीय, अभ्यास-उन्मुख कार्यक्रम हैं, जिनमें तीसरा वर्ष संबंधित उद्योगों में मानदेय के साथ छात्र अप्रेंटिसशिप करेंगे।
लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया ने बताया कि किसी भी स्ट्रीम में 10$2 उत्तीर्ण करने वाले छात्र इन कार्यक्रमों के लिए आवेदन करने के पात्र हैं और एईडीपी प्रोग्राम के लिए सूचना पुस्तिका, ऑनलाइन आवेदन पत्र के साथ विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
इस अवसर कुवि कुलसचिव डॉ. वीरेंद्र पाल, अधिष्ठाता शैक्षणिक मामले प्रो. दिनेश कुमार, एईडीपी समन्वयक प्रो. मंजुला चौधरी,आईटी सेल के निदेशक प्रो. प्रदीप मित्तल, प्रो. प्रदीप कुमार, प्रो. राकेश कुमार, लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया, प्रो. अनिता दुआ, प्रो. महाबीर नरवाल, प्रो. मोहिन्द्र चांद, डॉ. अंकुश अम्बरदार, उप-निदेशक डॉ. जिम्मी शर्मा सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।