
कुछ दिन पहले पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार ने पंजाब विधानसभा सत्र बुलाकर चण्डीगढ़ पर अपना हक जताने का प्रस्ताव पारित किया था। इस प्रस्ताव के विरोध में हरियाणा भाजपा सरकार ने कड़ा विरोध जताया और हरियाणा विधानसभा में इस प्रस्ताव के खिलाफ जोरदार विरोध किया।
हरियाणा विधानसभा के विशेष सत्र में बोलते हुए हरियाणा के शिक्षा एवं पर्यटन व संसदीय कार्य मंत्री कंवरपाल ने कहा कि जब भी हमारे हरियाणा प्रदेश के हितों की बात हुई तो सारे हाउस ने एकजुटता का परिचय दिया। उन्होंनेे चण्डीगढ को लेकर आप पार्टी की पंजाब सरकार द्वारा पास किए गए प्रस्ताव की निन्दा करते हुए कहा कि मेरा मानना है कि यह प्रस्ताव पंजाब सरकार का राजनीति के साथ-साथ एक राजनीतिक षडयंत्र है।
उन्होने कहा कि पंजाब में अभी हाल में विधानसभा चुनाव हुए है। पंजाब में इन चुनावों से पहले किसी भी राजनैतिक व्यक्ति एवं दल ने चण्डीगढ की कोई मांग नहीं की। उन्होंने कहा कि पंजाब में चुनाव से पहले आप पार्टी के नेताओं ने लोगों को बहुत ही लोकलुभावने वादे किए। पंजाब में बनी आप पार्टी सरकार को ऐसा लगने लगा कि चुनाव से पहले जनता से किए गए वायदे तो पूरे किए ही नहीं जा सकते।
चौधरी कंवरपाल ने कहा कि आप पार्टी ने चुनाव में पंजाब के लोगों से कहा था कि उनकी सरकार बनने पर हर घर को 24 घंटे के अन्दर-अन्दर बिजली की 300 यूनिटे मुफ्त दी जाएगी और हर महिला को एक हजार रूपये मासिक देंगे, लेकिन पंजाब में आम आदमी पार्टी द्वारा चुनाव में किए गए वायदे पूरे करने की स्थिति में नहीं हैं। इसलिए पंजाब की जनता का ध्यान भटकाने के लिए पंजाब सरकार ने यह भ्रामक दावं चला है।
उन्होंने कहा कि हम जल्द ही चण्डीगढ को प्रदेश में लेकर आने वाले है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार आने वाले समय में प्रदेश की जनता के लिए ऐसी कल्याणकारी योजनाएं लेकर आ रही है, ताकि हमारे पड़ोसी राज्य पंजाब की जनता देखेगी कि हरियाणा कैसे प्रगति के मार्ग पर आगे बढ़ रहा है।
शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा चण्डीगढ को लेकर जो प्रस्ताव पास किया गया है वह एक षडयंत्र है और उन्होंने इसकी घोर निन्दा की। उन्होंने एसवाईएल के पानी के बारे में बोलते हुए कहा कि वे पंजाब सरकार से सरप्लस पानी की मांग नहीं कर रहें और वे अपने अधिकार की बात भी नहीं कर रहे हैं, बल्कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के अनुसार ही एसवाईएल के पानी पर हमारा अधिकार है।
उन्होंने कहा कि विधानसभा की बात करे तो हमारा 40-60 प्रतिशत का शेयर है, लेकिन हमारे पास केवल 27-28 प्रतिशत शेयर ही है। यहां पर ऐसा नहीं है कि यहां पर कमरें या जगह नहीं हैं। अभी आप चैक कर सकते हैं और आप देख सकते हैं कि बड़े-बड़े कमरों में टूटा हुआ फर्नीचर पड़ा हुआ है। उन्होंने हरियाणा विधानसभा में कहा कि हांसी-बुटाना नहर हरियाणा में स्थित है, इसका पानी व नहर हरियाणा की ही है, लेकिन पंजाब सरकार इसके पानी को रोकने के लिए स्टे लेकर आ गई। उन्होंने कहा कि पंजाब में जो भी सरकार बनती है वह पंजाब के लोगों से ऐसे झूठे वायदे करके सत्ता में आती है। इसलिए पंजाब में बनीं सरकारें लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ऐसे प्रस्ताव लेकर आती है।