
नगर निगम हाऊस की बैठक में नगर निगम के वित्तीय वर्ष 2025-26 का 394 करोड़ 25 लाख 7 हजार रुपये के प्रस्तावित व्यय का बजट मंगलवार को सर्वसम्पत्ति से पारित हो गया। यह बजट पिछले वित्तीय वर्षों की तुलना में काफी बेहतर कहा जा सकता है। खास यह है कि इसमें जन सुविधाओं पर खर्च को लेकर गत वर्ष की अपेक्षा ज्यादा जोर दिया गया है।
मीटिंग की अध्यक्षता महापौर रेनू बाला गुप्ता ने की, जबकि करनाल के विधायक जगमोहन आनंद, नगर निगम आयुक्त डॉ. वैशाली शर्मा, करनाल के सांसद प्रतिनिधि कविन्द्र राणा, सभी 20 वार्डों के निगम पार्षद और निगम के वरिष्ठï अधिकारी तथा शाखा अध्यक्ष मौजूद रहे।
यह रहेगा निगम का आय और व्यय- वित्तीय वर्ष में 211 करोड़ 95 लाख 23 हजार 410 रुपये ओपनिंग बैलेंस दिखाया गया। वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए निगम के विभिन्न आय स्त्रोतों को शामिल कर कुल प्रस्तावित आय 312 करोड़ 58 लाख 52 हजार रुपये दिखाया गया। इन्हें मिलाकर कुल 524 करोड़ 53 लाख 75 हजार 410 रुपये बना। जबकि नए वित्तीय वर्ष में 394 करोड़ 25 लाख 7 हजार रुपये का प्रस्तावित व्यय दिखाया गया है। इसे देखते अंतिम शेष 130 करोड़ 28 लाख 68 हजार 410 रुपये बताया गया है। वरिष्ठ लेखा अधिकारी बलविन्द्र कुमार जग्गी ने बजट पढ़ा।
इस बजट से शहर का पहले से ज्यादा विकास होगा। लोगों की आशाओं व अकांक्षाओं के अनुरूप सभी वार्डों में विकास कार्य करवाए जाएंगे। बैठक में शहर के महत्वपूर्ण मुदïदों को प्राथमिकता से पूरा करने का संकल्प लिया गया।
बैठक में विधायक जगमोहन आनंद ने प्रस्तुत बजट पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि यह बजट विकासोन्नमुखी है। शहर की सरकार से जनता की बहुत अपेक्षाएं हैं, सभी पूरी की जाएंगी। लोगों को ओर बेहतर सुविधाएं मिलेगी, इससे उनका सरकार की नीतियों पर ज्यादा पुख्ता विश्वास बनेगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बजट का 100 प्रतिशत पैसा खर्च किया जाए।
उन्होंने कहा कि पार्षद विकास कार्यों के लिए महापौर को लिखित में दें। उनकी फिजीबिलिटी चैक करवाई जाएगी, अगर कार्य होने वाला है, तो उसे अवश्य करवाया जाएगा। उन्होंने निगम अधिकारियों को निर्देश दिए कि जहां पर भी कार्य शुरू करवाया जाता है, उस स्थान पर सम्बंधित नोडल अधिकारी, एजेंसी, सांसद, विधायक, मेयर व पार्षद का नाम तथा उनके सम्पर्क नम्बर लिखवाएं जाएं, ताकि नागरिकों को किसी प्रकार की परेशानी होने पर उसका हल आसानी से करवाया जा सके।
उन्होंने पिंगली डेयरी परियोजना स्थल पर 3 महीने में शहर में मौजूद सभी डेयरियों को स्थानांतरित करने के निर्देश दिए। डेयरी स्थल पर कोई समस्या है, तो उसे दुरूस्त किया जाए। सम्पत्ति कर एकत्रीकरण पर भी उन्होंने जोर दिया। सभी सफाई दरौगा तथा सफाई कर्मियों का फेरबदल किया जाए। शहर में मौजूद सभी पार्कों में लगे ओपन एयर जिम उपकरण तथा झूलों इत्यादि के मरम्मत कार्य एक माह में पूरे करवाए जाएं। उन्होंने एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाने के निर्देश दिए, जिसमें निगम अधिकारी तथा सभी पार्षदों को शामिल किया जाए।
महापौर रेनू बाला गुप्ता ने कहा कि अपने तीसरे टर्म की पहली हाऊस की बैठक में सभी निर्वाचित पार्षदों का स्वागत किया और हाऊस की गरिमा बनाए रखने की अपील की। उन्होंने पार्षदों से कहा कि उनके जो भी प्राथमिकता के कार्य हैं, वह लिखकर दें, उन्हें जल्द से जल्द शुरू करवाया जाएगा।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनप्रतिनिधि की समस्याएं सुनी जाएं और उन पर तुरंत प्रभाव से कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि 100 दिन के एक्शन प्लान के तहत नगर निगम क्षेत्र को गुढ्ढïा मुक्त किया जाए। कोई भी सीवर होल बिना कवर के न हो। उन्होंने अभियंताओं को इसके सख्त निर्देश दिए।