
हरियाणा में इनेलो पार्टी के संगठन का विस्तार तो हो गया है। मगर संगठन विस्तार में परिवारवाद ज्यादा नजर आ रहा है।
इनेलो में घर के ही सदस्यों को प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय पदों की जिम्मेदारियां दी गई है। चाहे वह खुद अभय चौटाला हो या सुनैना, कर्ण चौटाला व अर्जुन चौटाला। इन्हीं के पास मुख्य पदों के कार्यभार है।
पार्टी के संगठन विस्तार में कुछ पुराने कार्यकर्ताओं को दोबारा मौका दिया गया है, तो कुछ कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ाया गया है।
किसी कार्यकर्ता को जिलाध्यक्ष से प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दे दी गई, तो किसी कार्यकर्ता का पहले से प्रदेश प्रभारी का कार्यभार था, तो उसे दोबारा प्रदेश प्रभारी बना दिया गया।
पार्टी के इस फैसले से संगठन को मजबूती मिल सकती है। क्योंकि पुराने कार्यकर्ता को जिम्मेदारी मिलने से उनका पार्टी की नीतियों पर विश्वास बढ़ेगा। इससे नए कार्यकर्ता को जुड़ेंगे और उनको नई उम्मीद होगी।