
हरियाणा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि हरियाणा सरकार ने गांव कौलापुर में 2 करोड़ 83 लाख रुपए के बजट से गांव के विकास कार्यों को करवाया जा रहा है। गांव के विकास के लिए 21 लाख रुपए विकास कार्यों के लिए मौके पर पंचायत के खाते भेजे।
साथ ही मुख्यमंत्री ने सरपंच द्वारा रखी गई सभी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया। उन्होंने सरपंच को कहा कि गांव के कम्युनिटी सेंटर का काम शुरू करवाया जाए, जिसको सरकार द्वारा पूरा करवाया जाएगा। विकास कार्यों में पैसों की कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी।
सैनी रविवार को गांव कौलापुर में धन्यवाद दौरे के दौरान ग्रामीणों को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले गांव सरपंच कमलेश सैनी व सरपंच प्रतिनिधि बलजिंदर ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को स्मृति चिन्ह व शाल भेंट कर सम्मानित किया।
सैनी ने कहा कि आज नवरात्रि का पहला दिन है, साथ ही हिंदू कैलेंडर के अनुसार नए साल का पहला दिन है। सभी लोगों को दोनों पर्वों की हार्दिक शुभकामनाएं बधाई देता हूं। हाल ही में बजट सत्र पूरा हुआ है, जिसमें सरकार अनेक योजनाओं को प्रदेश के विकास के लिए लेकर आई है।
विपक्ष के पास विधानसभा में बोलने को एक भी शब्द नहीं था, जो सवाल विपक्ष ने रखें, सभी का एक-एक करके जवाब दिया गया। साथ ही विधानसभा सत्र के दौरान ही प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत प्रदेश के 36000 परिवारों के खाते में 151 करोड रुपए भेजे हैं, इनमें 20 परिवार गांव कोलापुर के भी शामिल है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव के दौरान प्रदेश की जनता से जो वादे भाजपा ने किए थे, उनको सरकार द्वारा फैसला लेकर धरातल पर लागू किया जा रहा है। कुछ लोगों ने लंबे समय से पंचायत की जमीन पर मकान बनाया हुआ था और वहां पर रह रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में किसानों की सभी फसलों को एमएसपी पर खरीदा जा रहा है। हरियाणा देश का पहले ऐसा राज्य बन गया है, जो किसानों की सभी फसलों को एमएसपी पर खरीद रहा है। सब्जी के किसानों को भी भावांतर भरपाई योजना में शामिल करते हुए 110 करोड़ रूपया किसानों के खाते में प्रदेश सरकार ने भेजा है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने गरीबों व जरूरतमंद लोगों को 100-100 गज के प्लाट दिए थे, लेकिन प्लाट देने के साथ उनको कागज और कब्जा नहीं दिया था। प्रदेश सरकार ने हाल ही में 100-100 गज के प्लाटों के कागज और कब्ज दोनों ही प्रदेश के लोगों को सौंपा है।
उन्होंने कहा कि हमारे साथ में पंजाब प्रांत लगता है। पंजाब प्रांत के कभी किसान तो कभी सरपंच चंडीगढ़ में मिलने आते हैं और पंजाब में कार्यक्रम करवाने की पेशकश करते हैं।