
हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि केंद्रीय शहरी विकास व ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल ने बतौर हरियाणा मुख्यमंत्री रहते हुए अम्बाला छावनी को बहुत कुछ दिया और सूखे हुए शहर में रंग भरे हैं।
आज वह केवल अम्बाला जिले के लिए कुछ मांग रहे हैं क्योंकि चंडीगढ़ हमारी हरियाणा की राजधानी है, मगर चंडीगढ़ तक पहुंचना बहुत मुश्किल होता है और चंडीगढ़ जाने वाली सड़क पूरी तरह जाम रहती है तथा लोगों के चंडीगढ़ आने-जाने में कई घंटे लगते हैं। उन्होंने कहा कि इसके दृष्टिगत आज वे अम्बाला से चंडीगढ़ तक मेट्रो ट्रेन चलाने की मांग केंद्रीय मंत्री से कर रहे हैं इससे लाखों लोगों के समय की बचत होगी और और लाभ मिलेगा।
विज आज अम्बाला छावनी के केंद्रीय चुनाव कार्यालय में होली के अवसर पर केंद्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल के आगमन पर भाजपा नेताओं को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले, अम्बाला छावनी होली मनाने के लिए पहुंचे मंत्री मनोहर लाल का जोरदार स्वागत किया गया।
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने मंत्री अनिल विज, नगर परिषद में नवनिर्वाचित भाजपा, 25 पार्षदों और भाजपा नेताओं के साथ फूलों से होली खेली और सभी को शुभकामनाएं दी।
अम्बाला छावनी के विकास में मनोहर लाल ने बतौर मुख्यमंत्री कोई अड़चन नहीं आने दी : विज
कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने कहा कि मनोहर लाल जी के मुख्यमंत्री रहते व उनके सहयोग से हमने अम्बाला छावनी का भी और सारे प्रदेश का काम करने की कोशिश की और इनके रहते उन्हें कभी किसी काम में अड़चन नहीं आई। जब भी उन्होंने कोई बात रखी तो मनोहर लाल जी ने उसे हंसते-हंसते स्वीकार किया।
सबसे ताजा उदाहरण अम्बाला छावनी के डोमेस्टिक एयरपोर्ट का है। एयरपोर्ट के लिए सेना से जमीन लेना बहुत मुश्किल था और सेना से जमीन स्थानांतरित करने के लिए जो कीमत लगाई वह बहुत ज्यादा थी। तब उन्होंने मनोहरलाल जी से बात की और हंसते-हंसते मनोहर लाल जी ने एयरपोर्ट की जमीन के लिए 130 करोड़ रुपए अलॉट कर दिए।
मैं और मनोहरलाल एक ही विश्वविद्यालय के विद्यार्थी, हमें जनता की सेवा करना सिखाया गया : विज
कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने कहा कि मनोहर लाल और हमारा मुद्दा एक ही है, हम एक ही विश्वविद्यालय (आरएसएस) के विद्यार्थी हैं और हमें यहीं सिखाया जाता है कि जनता का काम करना है और देश व प्रदेश को आगे ले जाना है। ऐसा नहीं है कि काम करते हुए हमारे मतभेद नहीं हुए यह प्रजातंत्र का तकाजा है।
प्रजातंत्र में भिन्न-भिन्न मत हो सकते हैं, लेकिन हमारे मत मुद्दों पर होते थे, उसकी भी खूबसूरती थी कि या मनोहरलाल मान जाते थे या वो मुझे मना लेते थे। जिससे विकास की गाड़ी लगातार चलती रहती थी और उसकी रवानगी में कभी कोई रुकावट नहीं आई। जो मनोहर लाल से उन्होंने अम्बाला छावनी के लिए मांगा वो उन्होंने दिया।
अम्बाला छावनी की जनता ने हमें पूर्ण समर्थन दिया : विज
कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने कहा कि आज खुशी इस बात की है कि अम्बाला छावनी की जनता ने 32 में से 25 पार्षद जिताकर और अध्यक्ष को लगभग 28 हजार मतों से जिताकर यह सिद्ध कर दिया है कि अम्बाला छावनी की जनता पूर्णत: हमारे साथ है। विधानसभा चुनाव में कुछ गद्दारों ने विपक्षी पार्टियों व बाहरी शक्तियों के साथ मिलकर यहां का रंग बदरंग करने का प्रयास किया, मगर अम्बाला छावनी की जनता ने उन्हें सातवीं बार प्रधान बनाकर रिकॉर्ड कायम किया। आम विधानसभा में सबसे ज्यादा बार चुनाव जीतने वाले वह विधायक है।
पूरी सीटें मिलती तो 32 में से 32 सीटें जीतते : विज
कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने कहा कि नगर परिषद चुनाव से पहले खेल कुछ बदरंग हो गया था और 32 में से 15 उम्मीदवारों का पहले नाम काट दिया गया था। उन्होंने हाईकमान से बात की तो 15 में से 10 टिकटें बदलवाई और 10 में 9 सीटें हम जीते हैं। यदि पूरी सीटें मिलती तो 32 में से 32 सीटें जीतकर देश में उदाहरण देते। हालांकि जो नहीं जीते वो भी उनके पार्षद है और अपने वार्डों में पार्षद की ही तरह कार्य करें।