बकाया प्रॉपर्टी टैक्स जमा न कराने वाले प्रॉपर्टी मालिकों की सख्ती जारी है। शनिवार को निगम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए महाराजा अग्रसेन कॉलेज व एक दुकान समेत सात फैक्ट्रियों को सील कर दिया। इन पर लगभग 1.27 करोड़ रुपये प्रॉपर्टी टैक्स बकाया था। ब्याज माफी की छूट के साथ यदि ये प्रॉपर्टी मालिक अपना बकाया जमा करवा देते तो इन्हें केवल 6405995 रुपये ही जमा करवाने थे।
लेकिन छूट खत्म होने के बाद इन्हें ब्याज सहित टैक्स जमा कराने होंगे। अकेले महाराजा अग्रसेन कॉलेज पर ब्याज सहित लगभग 89 लाख रुपये का टैक्स बकाया है। सील करने के बाद एक फैक्टरी मालिक ने अपने टैक्स जमा करवा दिया। जिसके बाद उनकी फैक्टरी पर लगाई सील खोल दी गई। बकाया प्रॉपर्टी धारकों पर निगम की कार्रवाई में भी जारी रहेगी। प्रॉपर्टी टैक्स के बाद बकाया किरायेदारों पर कार्रवाई की जाएगी।
नगर निगम आयुक्त धीरेंद्र खड़गटा के निर्देशों पर बकाया प्रॉपर्टी टैक्स जमा न कराने वालों की प्रॉपर्टी सील करने की कार्रवाई के लिए क्षेत्रीय कराधान अधिकारी अजय वालिया के नेतृत्व की टीम गठित की गई है। टीम में सीएसआई अनिल नैन, सहायक हरीश शर्मा, सहायक रघुबीर, विक्की, गौरव, वरुण, अनिल, शिवम, रजत, निखिल व होमगार्ड के जवानों को शामिल किया गया। निगम की टीम सबसे पहले जगाधरी स्थित महाराजा अग्रसेन कॉलेज पहुंची। यहां निगम अधिकारियों ने कॉलेज के मुख्य गेट पर सील लगा दी।
वहीं, गेट पर नोटिस चस्पाया गया। जिस पर लिखा कि यह संपत्ति टैक्स जमा न करवाने के कारण सील की गई है। बिना निगम की अनुमति इसे खोलने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। कॉलेज पर निगम का लगभग 89 लाख रुपये टैक्स बकाया था। इसके बाद निगम की टीम ने सरस्वती कॉलोनी स्थित अमरनाथ गोयल की दुकान, गंगा नगर कॉलोनी में भारत शर्मा की भारती सॉ मिल फैक्टरी, तेजली गेट स्थित पदम कुमार जैन की वर्धमान स्ट्रिप्स पीयू फैक्टरी, अमादलपुर रोड स्थित दिलबाग सिंह की प्रीति प्लाईवुड इंडस्ट्रीज को सील कर दिया।
इसके बाद निगम की टीम यमुनानगर जोन के गांव दौलतपुर पहुंची। यहां निगम की टीम ने यासीन की एएच सॉ मिल फैक्टरी व खजूरी रोड रायपुर स्थित जय भगवान की फैक्टरी को सील किया। इन पर लगभग 38 लाख रुपये टैक्स बकाया है। सील करने के बाद इन पर चेतावनी नोटिस चस्पाए गए। जिस पर लिखा कि यह संपत्ति प्रॉपर्टी टैक्स जमा न करवाने के कारण सील की गई है।
निगम की अनुमति बिना सील खोलने वाले के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सीलिंग की कार्रवाई के बाद भारती सॉ मिल ने अपना प्रॉपर्टी टैक्स जमा करवा दिया। जिसके बाद फैक्टरी पर लगी सील को खोल दिया गया।