बहादुरगढ़ की एनसीआर नहर में एक 14 वर्षीय बच्चे की डूबने से मौत का मामला सामने आया है। परिजनों ने मकान मालिक पर बच्चे को डुबोकर मारने के गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस ने बच्चे के शव को गोताखोरों की मदद से नहर से बाहर निकलवाया और पोस्टमार्टम के लिए बहादुरगढ़ के सामान्य अस्पताल भिजवाया।
मृतक बच्चे की पहचान 14 वर्षीय मयंक के रूप में हुई है। मयंक बहादुरगढ़ के लाइनपार क्षेत्र की अशोक विहार कॉलोनी में रहता था। वह 7वीं कक्षा का छात्र था। कल दोपहर के समय वह अपने मकान मालिक धीरज के साथ एनसीआर नहर में नहाने गया था। लेकिन गहरे पानी में वह डूब गया।
बाद में परिजनों ने पुलिस को मामले की सूचना दी और मकान मालिक पर आरोप लगाए कि धीरज उनके बेटे मयंक को बहला-फुसलाकर कल दोपहर के समय अपने साथ ले गया था और उसने ही पानी में डूबा कर उसकी हत्या की है। पुलिस ने भी रोहतक से गोताखोरों की टीम को बुलाया और आज दोपहर को धीरज के शव को पानी से बाहर निकाला गया।
शव को पोस्टमार्टम के लिए बहादुरगढ़ के सामान्य अस्पताल भिजवाया। वही मयंक के पिता रणबीर की शिकायत पर मकान मालिक धीरज के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर जांच भी शुरू कर दी है। अब यह हत्या है या फिर महज एक हादसा इसका खुलासा तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगा।
एनसीआर नहर में नहाना पहले ही प्रशासन की ओर से प्रतिबंधित है। लेकिन उसके बावजूद लोग यहां नहाने से बाज नहीं आ रहे और आए दिन होने वाले हादसों में आम लोगों की जान तक जा रही है।