
हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री अनिल विज ने कहा कि अम्बाला छावनी में सन् 1857 में देश के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की याद में बन रहे शहीद स्मारक का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करें इसके लिए वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से समय मांगेंगे और उन्हें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री उन्हें इसके लिए समय जरूर देंगे।
कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने कहा उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि हर हालत में 10 मई तक शहीद स्मारक बनकर जनता को समर्पित हो जाना चाहिए, इसके लिए वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी समय मांगेंगे और वह उम्मीद करते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसके उद्घाटन के लिए उन्हें समय जरूर देंगे। श्री विज आज जीटी रोड पर निर्माणाधीन शहीद स्मारक के निरीक्षण के उपरांत पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
निरीक्षण के दौरान मंत्री अनिल विज ने स्मारक के म्यूजिम में चल रहे कार्यों बारीकि से निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि शहीद स्मारक एशिया का सबसे बड़ा स्मारक होगा। स्मारक में कलाकारों ने अपनी कला का कमाल करके बहुत ही शानदार एक्जीबिट बनाए हैं। शहीद स्मारक में आजादी की लड़ाई के एक-एक क्षण को दिखाया जाएगा और आज समारक के अंदर जाकर वह यह भी भूल गए की आज 2025 है क्योंकि अंदर जाकर सभी चीजें देखकर उन्हें उस समय की आजादी की लड़ाई के समय की अनुभूति हो रही थी।
उन्होंने कहा कि इस स्मारक में आजादी के अनसंग हीरोज के बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी, इसमें यह भी दिखाया जाएगा कि कैसे अंग्रेजों ने क्रूरता दिखाते हुए लोगों को पेड़ों और तोपों से बांध बांध कर मारा था। स्मारक में जहां एक तरफ बहुत बड़ा कमल का फूल बनाया गया है, तो वहीं दूसरी तरफ इसमें एक शानदार झील का भी निर्माण किया गया है। मेमोरियल टॉवर में ऊपर नीचे आने-जाने के लिए दो बड़ी लिफ्ट लगाई गई है।
इसके इलावा 2000 लोगों के लिए आडिटोरियम बनाया गया है। आजादी की लड़ाई के शहीदों की पूरी कहानी बयान करने के लिए देश के चर्चित और नामी डायरेक्टर से एक प्ले तैयार करवाया जा रहा है। गौरतलब है 10 मई को ही सन् 1857 में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की ज्वाला अम्बाला छावनी से ही प्रारंभ हुई थी जिसकी याद में इस स्मारक का निर्माण किया जा रहा है।
म्यूजियम में आर्ट वर्क का बारीकि से निरीक्षण किया
कैबिनेट मंत्री अनिल विज को आर्ट वर्क की प्रिंसिपल एसोसिएट रीतिका व अन्य टीम ने प्रथम तल पर हरियाणा में लड़ी गई लड़ाइयों का विवरण दिया गया। विभिन्न संवादात्मक माध्यम से लड़ाइयों की कहानियों को समझाया गया।
गैलरी में पुतलों, भित्ति चित्रों और ऑडियो अनुभवों के माध्यम से 1857 के हरियाणा को प्रदर्शित किया गया है। भूमिगत सुरंग के दृश्य और अनुभव को फिर से बनाया गया है, जहाँ राव तुला राम ने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लडऩे के लिए अपनी हवेली में गोला-बारूद का कारखाना स्थापित किया था।
भारत के विभिन्न क्षेत्रों में लड़ी गई लड़ाइयों को ग्राउंड फ्लोर पर कलाकृतियों और प्रतिष्ठानों जैसे कि मेरठ की जेल, दिल्ली में कश्मीरी गेट की प्रतिकृति, बिठूर घाट पर नाना साहब की घोषणा, झांसी किले में लड़ी गई लड़ाइयों आदि के बारे बताया गया।
विज ने शून्य गैलरी का भी दौरा किया, जिसमें पेड़ों की स्थापना को दर्शाया गया है, जहाँ अंग्रेजों द्वारा अत्याचार किए गए थे और स्वतंत्रता सेनानियों को पेड़ से लटका दिया गया था। अंत में श्रद्धांजलि गैलरी दिखाई गई जहां आगंतुक एक संवादात्मक स्थापना के माध्यम से 1857 के महान स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देंगे।
मेमोरियल टॉवर की लिफ्ट शुरू नहीं होने पर मंत्री अनिल विज ने एक्सईएन को लगाई फटकार, बोले दस दिन तक लिफ्ट नहीं चली तो ग्यारवें दिन आप सस्पेंड होंगे
शहीद स्मारक में निरीक्षण के दौरान मेमोरियल टॉवर की दोनों लिफ्ट अब तक चालू नहीं होने पर कैबिनेट मंत्री अनिल विज खासे नाराज हुए।
उन्होंने पीडब्ल्यूडी इलेक्ट्रिकल विंग के एक्सईएन नवीन राठी को फटकार लगाते कहा कि दस दिन तक लिफ्ट नहीं चली तो ग्यारवें दिन आप सस्पेंड होंगे। उन्होंने कहा वह ग्याहरवें दिन आकर लिफ्ट में टॉवर के ऊपरी हिस्से तक जाएंगे।