लोकसभा में ‘आप’ के साथ मिलकर चुनाव लड़ने वाली प्रदेश कांग्रेस अब विधानसभा चुनाव के लिए अपने दम पर तैयारी कर रही है।
इसके तहत संगठन की मजबूती के साथ साथ एक तिहाई सीटों पर खास फाेकस और आम आदमी के प्रति आक्रामकता की रणनीति पर भी काम हो रहा है।
दिल्ली में 70 विधानसभा सीटें हैं। इनमें से 25-26 ऐसी हैं, जहां मुस्लिम, निम्न मध्यमवर्गीय और अनुसूचित जाति एवं जनजाति मतदाता बहुलता में है।
लोकसभा चुनाव में भी इन सीटों पर पार्टी को अच्छा वोट मिला है। इन सीटों में मंगोलपुरी, सुल्तानपुरी, बाबरपुर, सीमापुरी, सीलमपुर, मुस्तफाबाद, गोकलपुर, चांदनी चौक, मटिया महल और बल्लीमारान प्रमुख है।
इनमें से ज्यादातर सीटों पर पार्टी ने समय से उम्मीदवारों की घोषणा भी कर दी है ताकि उन्हें क्षेत्र में जनसंपर्क के लिए पर्याप्त समय मिल सके।