फतेहाबाद के टोहाना में किसान महापंचायत में पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि किसानों की टोहाना पंचायत और बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन का कोई संबंध नहीं हैं।
बॉर्डर पर आंदोलन 10-11 महीने से चल रहा है, यहां तो एक दिन की पंचायत की जा रही है, जिसमें किसानों की मांग उठाई जा रही है। इस पंचायत और उस आंदोलन का आपस में कोई संबंध नहीं है।
टोहाना की महापंचायत में बड़ी संख्या में किसान पहुंचे हैं। राकेश टिकैत के अलावा यहां भाकियू उगराहां के अध्यक्ष जोगिंदर सिंह उगराहां भी शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि जो तीन काले कानून पहले वापस करवाए थे, वही अब नई नीति के ड्राफ्ट में शामिल हैं। चाहे खुली मंडी की बात हो, मार्केट फीस कम करने की बात हो, कांट्रेक्ट फार्मिंग की बात है, सभी वही मामले हैं।
डल्लेवाल के समर्थन के सवाल पर राकेश टिकैत ने कहा कि वे वहां गए थे, मिलकर आए थे। वो उनको नहीं कह सकते कि वो अपना अनशन खत्म करें, उनकी कमेटी आगे का निर्णय लेगी।
उन्होंने कहा कि एमएसपी गारंटी कानून लागू हो, अभी जो नए ड्राफ्ट आए हैं, उसका भी किसान विरोध करते हैं।
टोहाना किसान महापंचायत में जोगेंद्र सिंह उगराहां ने कहा कि किसानों का आंदोलन लगातार चल रहा है, कानून दोबारा लाए जा रहे हैं, इस पर लड़ाई तेज होगी।
पहले भी लगातार कार्यक्रम चलते आ रहे हैं और अब तेज किए जाएंगे। सरकार ने पहले भी दिल्ली नहीं जाने दिया था, अब शंभु व खनौरी बॉर्डर पर किसानों को रोकने की भी संयुक्त किसान मोर्चा निंदा करता है।