महाराणा प्रताप उद्यान विश्वविद्यालय में कुलपति डॉ सुरेश मल्होत्रा के नेतृत्व में लगातार सुविधाओं का इजाफा हो रहा हैं, इसी कड़ी में बृहस्पितवार को एमएचयू की इंजीनिरियंग विंग द्वारा बनाए गए करीब 2 करोड़ 87 लाख रुपए की लागत से बने किसान छात्रावास का माननीय कुलपति डॉ. सुरेश मल्होत्रा ने उदघाटन किया। समारोह में माननीय कुलपति डॉ. सुरेश मल्होत्रा ने बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे।
माननीय कुलपति डॉ. सुरेश मल्होत्रा ने इंजीनिरिंग विंग के ईओ एवं रजिस्ट्रार सुरेश सैनी ओर उनकी टीम का सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने तय समय में बेहतरीन सुविधाओं से लैस किसान छात्रावास का निर्माण करवाया हैं, जो सराहनीय हैं। कुलपति डा. सुरेश ने कहा कि एमएचयू दिन प्रतिदिन नई नई उंचाईयों को छू रहा हैं, रिसर्च, एजुकेशन, प्रसार के साथ-साथ एमएचयू में लगातार ढ़ाचागत निर्माण चल रहा हैं। इसी कड़ी में बृहस्पितवार को एमएचयू में एक ओर भवन बनकर तैयार हो गया, जिसमें प्रदेशभर के किसान ठहर सकेंगे।
उन्होंने कहा कि एमएचयू लगातार प्रयास कर रहा है कि किसानों को उन्न्त किस्मों का बीज साथ ही विश्व स्तरीय तकनीके उपलब्ध हो। इसके लिए एमएचयू के वैज्ञानिक लगातार काम कर रहे हैं, रिसर्च जारी हैं, एजुकेशन के क्षेत्र में बेहतरीन बागवान तैयार किए जा रहे हैं। इसके अलावा प्रचार प्रसार काम तेजी से चल रहा हैं। उन्होंने कहा कि 9 दिसंबर को माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने करनाल में एमएचयू के मैन कैपस का शिलान्यास किया।
जो एमएचयू ओर प्रदेश के लिए बहुत बड़ी सौगात हैं। एमएचयू प्रदेश की पहली ओर देश की सातवीं उद्यान यूनिवर्सिटी हैं। हमारा प्रयास है कि जो भी छात्र एमएचयू से पढ़ाई कर बाहर निकलेगा, उसे रोजगार अवश्य मिलेगा, जिसमें हम लोग शुरूआती चरण में सफल हुए हैं। उन्होंने कहा कि एमएचयू से किसान जुड़े ओर बागवानी के क्षेत्र में नई नई जानकारियां हासिल करें। किसान एमएचयू में ओर ट्रेनिंग उपलब्ध कराई जाएगी, उनके लिए क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र में किसान छात्रावास की व्यवस्था की गई हैं। आने वाले दिनों में एमएचयू विश्व स्तरीय यूनिवर्सिटी बनकर उभरेंगी।
एक साथ 56 किसान रूक सकेंगे किसान छात्रावास में
रजिस्ट्रार सुरेश सैनी ने कहा कि किसान छात्रावास में 14 कमरे बनाए गए हैं, जिनमें 56 किसान ठहर सकेंगे। मल्टीपर्पज हॉल, वार्डन रूम, एक कीचन, आंगुतक कक्ष, भोजनालय कक्ष सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। इन सब कामों पर करीब 2 करोड़ 87 लाख रुपए का खर्च आया हैं। अभियांत्रिकी विभाग ने तय समय में भवन का निर्माण पूरा कर एमएचयू को सौंप दिया हैं। मंच संचालन डॉ उमा प्रजापति ने किया। छात्र कल्याण निदेशक प्रो रंजन गुप्ता ने भवन की उपयोगिता के बारे में विस्तार से जानकारी दी। एक्सईएन अनुज गुप्ता ने कार्यक्रम में सभी अतिथियों, वैज्ञानिकों व अधिकारियों का धन्यवाद किया। मौके पर डीन व अनुसंधान निदेशक प्रो.रमेश गोयल, डीन पीजीएस डॉ. धर्मपाल चौधरी, डीईई डॉ. विजय पाल यादव सहित अन्य मौजूद रहे।