भारत सरकार के कपड़ा मंत्री गिरी राज सिंह ने सोमवार को औद्योगिक क्षेत्र की विभिन्न इकाईयों का दौरा करने के बाद सैक्टर 25 में हैंडलूम एक्सपोर्ट प्रमोशन कॉन्सिल व पानीपत एक्सपोर्ट एसोसिएशन की संयुक्त बैठक में औद्योगिक इकाईयों के संचालकों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत तीन नए फाइबर पर कार्य कर रहा है आने वाले समय में इसका इंडस्ट्री को लाभ पहुंचेगा।
कपड़ा मंत्री ने कहा कि आज देश -दुनिया में नये नये डिजाइन का वातावरण है। एक बार जो डिजाइन मार्केट में दिखाई देता है बहुत जल्दी लुप्त हो जाता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में अपने डिजाइन को लेकर कार्य किया जा रहा है। बैठक में उपस्थित औद्योगिक इकाईयों के संचालकों ने औद्योगिक इकाईयों में आ रही समस्याओं से संबधित मांग पत्र भी मंत्री के समक्ष रखा जिस पर उन्होंने राज्य सरकार व स्थानीय इकाइयों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करने के बाद इस पर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।
कपड़ा मंत्री ने कहा कि आज दुनिया में फास्ट फैशन का जमाना है। पानीपत में भी इस दिशा में कितनी इकाईयां कार्य कर रही है इसकी जानकारी भी उन्होंने इंडस्ट्री संचालकों से मांगी। उन्होंने कहा कि औद्योगिक नगरी में हैंडलूम का अच्छा खासा कारोबार है। इसे ओर बढ़ाने की तरफ ध्यान देना होगा। उन्होंने चेन्नई का उदाहरण देते हुए कहा कि इस क्षेत्र में आगे बढऩे के लिए प्रचार प्रसार व क्षेत्र से जुड़े डिप्लोमा शुरू करने की आवश्यकता है। हमें समय के साथ चलना होगा तभी हम आगे बढ़ सकते है। दुनिया में इस क्षेत्र से जुड़ी नित नई नई मांगे हैं जिनके लिए हमें और ज्यादा जोर देना होगा।
कपड़ा मंत्री ने कहा कि भारत सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में औद्योगिक इकाईयों के बलबूते ही इस क्षेत्र में और बढ़ोतरी करने का संकल्प लिया है। उन्होंने अपने संबोधन में पानीपत में संचालित की जा रही विभिन्न इंडस्ट्रीज पर प्रकाश डाला व उनका सहयोग करने का आश्वासन भी दिया। उन्होंने जल्द ही एक बैठक केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के साथ पानीपत में कराने की बात कही।
उन्होंने कहा कि हम आरएनडी पर खर्च नहीं करते। आरएनडी का इंडस्ट्री से गहरा संबंध है। आरएनडी नहीं है तो इंडस्ट्री बेकार है। देश में चार बड़े आरएनडी है। उन्होंने बताया कि भारत के आत्म निर्भर के लिए अपना डिजाइन होना जरूरी है। नैक्सट विजन के तहत कार्य किया जा रहा है।
इस मौके पर एचईपीसी के चेयरमैन ललित गोयल व सीईपीसी के चेयरमैन कुलदीप ने कहा कि मौजूदा समय में हम चुनौतियों को सामने रखकर आगे बढ़ रहे है। उन्होंने पानीपत में संचालित की जा रही इकाइयों पर प्रकाश डाला व बताया कि पानीपत में तैयार हुआ उत्पाद अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, में निर्यात होता है। हथकरधा के क्षेत्र में लाभ मिले इसको लेकर सरकार के सहयोग की आवश्यकता है। कॉर्बन उत्र्सजन का पता लगाने के लिए उन्होंने सरकार से नई स्कीम लाने की बात कही।
देवगिरी एक्सपोर्ट के अशोक गुप्ता ने कहा कि पानीपत की पहचान औद्योगिक क्षेत्र के रूप मे स्थापित है। बिजनैस के मामले में पानीपत नंबर 1 पर है। उन्होंने इस क्षेत्र में और बढ़ोतरी के लिए सरकार से मांग की। चैम्बर आफ कामर्स और इंडस्ट्री के चेयरमैन विनोद धमिजा ने इंडस्ट्री से जुड़ी मांगों को मंत्री के समक्ष रखा। उन्होंने कहा कि सरकार की जो पोलसियां औद्योगिक क्षेत्र के लिए है वे कम समय के लिए है। उन में बढ़ोतरी करनी चाहिए।