राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा) की तरफ से जस्टिस सूर्याकांत का नाम सुप्रीम कोर्ट लिगल सर्विस कमेटी के अध्यक्ष के रूप में नामित किया हैं। इन आदेशों के बाद भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति सूर्यकांत को तत्काल प्रभाव से सर्वोच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति (एससीएलएससी) के अध्यक्ष के रूप में मनोनीत किया हैं।
जिला विधिक सेवा प्रधिकरण के सचिव एवं सीजेएम प्रवीण ने बताया कि भारत के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजीव खन्ना द्वारा जस्टिस सूर्याकांत का नाम सुप्रीम कोर्ट लिगल सर्विस कमेटी के अध्यक्ष के रूप में नामित किया हैं। इस आशय की अधिसूचना 12 नवंबर, 2024 को आधिकारिक राजपत्र में नालसा द्वारा प्रकाशित की गई थी। इससे पहले यह पद न्यायमूर्ति बी.आर. गवई के पास था, जिन्हें हाल ही में राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नामित किया गया है।
सर्वोच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति सभी के लिए न्याय तक पहुंच सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, विशेष रूप से समाज के हाशिए पर पड़े और वंचित वर्गों के लिए, जिन्हें उच्चतम न्यायालय तक पहुंचने में वित्तीय या सामाजिक बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है।