भारतीय जनता पार्टी के सदस्यता अभियान को पूर्व राज्य मंत्री असीम गोयल ने अपने विधानसभा क्षेत्र में गति दी है। उन्होंने सोमवार को अपने पैतृक गांव नन्योला जाकर पार्टी की विचारधारा और योजनाओं के प्रति लोगों को जागरूक किया और उन्हें भाजपा की सदस्यता ग्रहण करवाई।
इस दौरान असीम गोयल ने कहा कि भाजपा ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जो देश और समाज के सर्वांगीण विकास के लिए काम कर रही है। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे पार्टी से जुड़कर भारत को एक समृद्ध राष्ट्र बनाने में अपना योगदान दें। पूर्व राज्य मंत्री असीम गोयल के नेतृत्व में आयोजित इस सदस्यता अभियान में सैकड़ों ग्रामीणों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
विशेष बात यह रही कि इस सदस्यता अभियान में महिलाओं ने भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। इस मौके पर ग्रामीणों को संबोधित करते हुए असीम गोयल ने बताया कि भाजपा इकलौती ऐसी पार्टी है जो हर छह वर्ष बाद अपने सदस्यों की सदस्यता का नवीनीकरण करती है। इस बार पार्टी ने 10 करोड़ नये सदस्य जोड़ने का लक्ष्य रखा है।
जिसमें से 50 लाख हरियाणा के हिस्से और लगभग 74 हज़ार सदस्य जोड़ने का लक्ष्य अंबाला शहर को मिला है। इस दौरान मंच से अपने संबोधन में पूर्व राज्यमंत्री ने चुनाव के दौरान साथ छोड़ने वालों पर भी तंज कसे। उन्होंने कहा कि जो चूहे थे बो दौड़ गए और जन आशीर्वाद से सरकार बन गई। असीम गोयल ने कहा कि सरकार बनाकर कार्यकर्ता जो गेंहू रूपी फसल लगाई है उसमें किसी प्रकार की बीमारी नहीं लगने देंगे।
उन्होंने कहा कि आज एक एक व्यक्ति जो भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर रहा है उसकी सीधी जानकारी सीधे पीएम मोदी तक है। उन्होंने कहा कि इस सदस्यता अभियान को कार्यकर्ता चुनावी मिशन की तरह लें और अधिक से अधिक लोगों को भाजपा की सदस्यता ग्रहण करवाएं। इस मौके पर उन्होंने कहा कि आज मौजूदा विधायक से अधिक मान सम्मान शहर की जनता उन्हें दे रही है।
असीम गोयल ने भाजपा की नीतियों की सराहना करते हुए कहा कि पार्टी हमेशा जनता के हितों के लिए काम करती है और देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है। अभियान के दौरान गोयल ने ग्रामीणों से संवाद किया और उन्हें केंद्र व राज्य सरकार की प्रमुख योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि आज मुख्यमंत्री नायब सैनी के कुशल नेतृत्व में प्रदेश विकास के पथ पर तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है। हर वर्ग के लिए महत्वपूर्ण योजनाएं लागू की जा रही हैं।