हरियाणा सीएम नायब सैनी और कांग्रेस के राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला के बीच चल रही बयानबाजी के बीच डूम समाज के प्रतिनिधि कल सोमवार (4 नवंबर) को चंडीगढ़ स्थित मुख्यमंत्री आवास में पहुंचेंगे। यहां मुख्यमंत्री डूम समाज के प्रतिनिधियों के साथ भोजन करेंगे।
एक नवंबर को नायब सैनी ने गोहाना में एक कार्यक्रम में रणदीप सुरजेवाला को सरकारी डूम कहा था, जिसके बाद कांग्रेस इसे दलितों का अपमान बता रही है।
नायब सैनी बयान के बाद रणदीप सुरजेवाला ने भी सैनी पर पलटवार करते हुए कहा था- ‘एक एक्सीडेंटल मुख्यमंत्री, नायब सैनी, अहंकार में चूर होकर डूम दलित समाज का अपमान कर रहे हैं। उन्हें अपना PA लगाने तक का अधिकार नहीं है।
जिसके बाद भाजपा के राष्ट्रीय सचिव ओम प्रकाश धनखड़ भी इस मामले में कूद पड़े। ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि सुरजेवाला के दिमाग में यह शब्द एक्सीडेंटल पीएम से आया है।
जब सोनिया गांधी 2005 में पीएम बनने के लिए राष्ट्रपति भवन गईं और वह पीएम नहीं बन पाई तो मनमोहन सिंह पीएम बन गए और उन्हें एक्सीडेंटल पीएम कहा गया।
इस पर एक्सीडेंटल पीएम फिल्म भी बन चुकी है। एक्सीडेंटल शब्द का इस्तेमाल कर सुरजेवाला ने अपनी ही पार्टी पर बैक फायर किया है, क्योंकि उनका जनाधार खत्म हो रहा है।
वहीं सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने कहा की मुख्यमंत्री नायब सैनी की रणदीप सुरजेवाला पर टिप्पणी पूरे दलित समाज का अपमान है।
राज्य के मुखिया की भाषा सभ्य और शालीन होनी चाहिए, ऐसे शब्दों का प्रयोग अस्वीकार्य और अत्यंत निंदनीय है।