दिवाली की रात हरियाणा में खूब आतिशबाजी हुई। सरकार ने सिर्फ दो घंटे आतिशबाजी की एडवाइजरी जारी की थी, लेकिन शाम 7 बजे से 12 बजे तक जमकर पटाखे फोड़े गए। इससे प्रदूषण की स्थिति और खराब हो गई।
हरियाणा गैस चैंबर में तब्दील हो चुका है। हिसार और कुरुक्षेत्र में हालात सबसे ज्यादा खराब हैं। यहां पार्टिकुलेट मैटर (PM) 2.5 और पीएम 10- 500 के पार पहुंच गए हैं। यह इतना खतरनाक है कि घर से बाहर निकलने पर स्वस्थ व्यक्ति भी बीमार पड़ सकता है।
इसके अलावा हरियाणा के 10 शहरों अंबाला, फरीदाबाद, गुरुग्राम, जींद, पंचकूला, रोहतक, यमुनानगर, हिसार और कुरुक्षेत्र में AQI 500 के पार पहुंच गया है।
वहीं सिरसा के फरमाई कलां गांव में दिवाली की रात पराली जलाने की घटना भी सामने आई। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद हरियाणा सरकार ने पराली जलाने की घटनाओं को रोकने में नाकाम रहने पर 26 कर्मचारियों को सस्पेंड किया था।
11 अधिकारियों को चार्जशीट किया गया जबकि 383 अधिकारियों को नोटिस जारी किए गए। इसके अलावा अब तक 186 किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है जबकि 34 को गिरफ्तार किया गया है।