पुलिस अधीक्षक करनाल श्री मोहित हाण्डा के कुशल निर्देशन में आज सुबह थाना यातायात टीम द्वारा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विघालय, चिड़ाव के विघार्थीयों को यातायात नियमों बारे विस्तार से जानकारी दी गई व दुर्घटना में घायल व्यक्ति की सहायता करने के लिए प्रेरित करते हुए नेक व्यक्तियों की सुची में शामिल होने के लिए भी बताया गया।
टीम के इन्चार्ज उप निरीक्षक सतपाल सिंह ने बच्चों को बताया कि सड़कों को सुरक्षित बनाए रखने के लिए एवं आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए यातायात नियमों का पालन करना अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आप जैसे बहुत से बच्चे दोपहीया व चार पहिया वाहन चलाना सीख रहे हैं और अपने दोस्तों में टशन बानाने के लिए व आमजन को दिखाने के लिए वाहनों को बहुत अधिक गति से दौड़ाते हैं, दो पहिया वाहनों पर ऐसे स्टंट करते हैं जिनसे अपनी व दूसरों की जान को बहुत अधिक जोखिम होता है और ऐसा करते समय कई बार इस प्रकार के हादसे होते हैं, जिनमें या तो किसी की जान चली जाती है या अपने व किसी अन्य के शरीर में उम्र भर के लिए विकलांगता आ जाती है। उन्होंने बच्चों से कहा कि सड़कों पर चलते समय ऐसा न करके स्वयं के साथ-साथ दूसरों को भी सुरक्षित रखें और अन्य यातायात नियमों जैसे- लाल बती पर स्टाप लाईन से पहले रूकना, पैदल व्यक्ति को पहले सड़क पार करने देना, निर्धारित गति सीमा में ही अपने वाहन को चलाना, दो पहिया वाहन पर हेल्मट का प्रयोग करना व दो से ज्यादा व्यक्ति न बिठाना, लाईसेंस के बिना वाहन न चलाना, सड़क पर हमेशा बाईं दिशा में चलना और अन्य वाहनों को रास्ता देना इत्यादि।
इसके अलावा उनके द्वारा स्कूली बच्चों व वहां पर उपस्थित सभी शिक्षकों को दुर्घटना में घायल व्यक्ति को गोल्डन आवर में अस्पताल पहुंचाकर उसकी जान बचाने के लिए भी प्रेरित करते हुए, उन्हें नेक व्यक्ति बनने के बारे में भी बताया गया। उन्होंने कहा कि घायल व्यक्ति को यदि दुर्घटना के पहले घंटे के भीतर चिकित्सा सहायता दी जाए तो करीब आधे लोगों का जीवन बचाया जा सकता है, इसलिए सड़क दुर्घटनाओं के पीड़ितों की सहायता अवश्य करें। उन्होंने बताया कि सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने एक योजना भी शुरू की है जिसके तहत उस नेक व्यक्ति को पुरस्कार प्रदान करना जिसने मोटर वाहन से जुड़ी घातक दुर्घटना के पीड़ित की तत्काल सहायता करके और सही समय पर उसे अस्पताल पहुंचाकर चिकित्सा उपचार दिलवाकर उसकी जान बचाई है। उन्होंने बताया कि यदि कोई नेक व्यक्ति इस प्रकार से किसी पीड़ित की सहायता करता है तो उसे 5000/- रूपये की पुरस्कार राशि व प्रशंसा पत्र भी दिया जाएगा।
अंत में उन्होंने कहा कि आइए किसी की जान बचाने का संकल्प लें, इसे अपनी नैतिकता के रूप में लें और एक अच्छा नागरिक होने का कर्तव्य निभाएं।