एक सप्ताह पूर्व 17 अक्टूबर को हरियाणा में नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में बनी
दूसरी भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री सैनी के बाद नंबर 2 पर शामिल किए गए अनिल विज को तीन विभाग नामतः उर्जा ( एनर्जी) जिसे आम भाषा में बिजली भी कहा जाता है, परिवहन ( ट्रांसपोर्ट) और श्रम ( लेबर) आबंटित किए गए. विज ने आज 15 वीं हरियाणा विधानसभा के सदस्य (विधायक) के तौर पर शपथ ग्रहण कर ली है.
इसी बीच शहर निवासी पंजाब एवं हरियाणा में हाईकोर्ट एडवोकेट और कानूनी विश्लेषक हेमंत कुमार ( 9416887788) ने बताया कि आज 25 अक्टूबर 2024 को हरियाणा सरकार के मंत्रिमंडल सचिवालय द्वारा एक आदेश मार्फत नायब सैनी के मुख्यमंत्री के तौर पर और
उनके अतिरिक्त सभी 13 मंत्रियों ( जिनमें 11 कैबिनेट और 2 राज्य मंत्री- स्वतंत्र प्रभार हैं) के वरिष्ठता क्रम के अनुसार नाम, पदनाम, संक्षिप्त पदनाम एवं उन्हें अलाट विभागों का स्पष्ट तौर पर आधिकारिक उल्लेख किया गया है.
हेमंत ने बताया कि आज जारी आदेश अनुसार अम्बाला कैंट से 7 वीं बार विधायक बने अनिल विज का आधिकारिक पदनाम उर्जा मंत्री अर्थात एनर्जी मिनिस्टर है जिसको संक्षिप्त में अंग्रेजी भाषा में ई.एन.एम. दर्शाया गया है. इसका अर्थ है प्रदेश की सभी सरकारी फाईलों और आधिकारिक दस्तावेजों इत्यादि में अनिल विज का आधिकारिक पदनाम उर्जा मंत्री (एनर्जी मिनिस्टर ) और संक्षिप्त पदनाम ई.एन.एम ही दर्शाया जाएगा.
हालांकि मनोहर लाल खट्टर की पूर्व सरकार में जब मूल चंद शर्मा और उससे पहले जब कृष्ण लाल पंवार ( जो अब विकास एवं पंचायत मंत्री हैं) प्रदेश के परिवहन विभाग के कैबिनेट मंत्री थे, तो उन दोनों का संक्षिप्त पदनाम टी.एम. अर्थात ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर ही होता था.
इसका कारण यह है कि उक्त दोनों को परिवहन विभाग उनको कैबिनेट मंत्री के तौर पर पहले विभाग के तौर पर आबंटित किए गए थे जबकि अनिल विज को इस बार ट्रांसपोर्ट विभाग उर्जा विभाग के बाद दूसरे विभाग के तौर पर आबंटित किया गया है, इसलिए विज का आधिकारिक पदनाम ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर ( टीएम) नहीं बल्कि एनर्जी मिनिस्टर ( ई.एन.एम) प्रदान किया गया है.