भारतीय सेना के ऐरावत डिवीजन ने हिमाचल प्रदेश और पंजाब में 620 किलोमीटर की प्रभावशाली यात्रा करते हुए अपने रोमांचकारी और प्रेरणादायक नाको साइकिल अभियान को सफलतापूर्वक पूरा किया। इस अभियान को रवाना करने के लिए खरगा कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल राजेश पुष्कर द्वारा हरी झंडी दिखाई गई थी।
कैवलरी यूनिट के 45 साइकिल चालकों की एक टीम ने आकर्षक परिदृश्यों, सांस्कृतिक रूप से समृद्ध क्षेत्रों और ऐतिहासिक शहरों से गुजरते हुए इस चुनौतीपूर्ण यात्रा की शुरुआत की। 20 दिनों की यात्रा में साइकिल चालकों ने नाको, सोमलिंग, बटाल, मनाली, मंडी, बिलासपुर और अंबाला को पार किया।
इस अभियान का उद्देश्य युवाओं में राष्ट्रवाद और साहस की भावना को बढ़ावा देना तथा क्षेत्र के भारतीय सेना के दिग्गजों के साथ संपर्क बनाए रखना था।
इस दौरान साइकिल चालकों ने स्थानीय समुदाय के साथ जुड़ने, क्षेत्रीय संस्कृति के बारे में जानने, भारतीय सेना के बारे में जागरूकता फैलाने और दिग्गजों से बातचीत करने का अवसर प्राप्त किया। उन्होंने मार्ग में विभिन्न पर्यावरण संरक्षण गतिविधियों में भी भाग लिया।
नाको साइकिल अभियान भारतीय सेना के साहस, अखंडता और सामुदायिक सहभागिता को बढ़ावा देने के लिए उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।