November 23, 2024
अम्बाला शहर की जनता अब पूरी तरह मन बना चुकी है कि तीसरी बार भी असीम गोयल को ही अपना विधायक चुनेंगे। यह बात इसलिए कही जा रही है क्योंकि असीम गोयल को मिलने वाला समर्थन अब निरंतर विकराल रूप लेता जा रहा है। असीम गोयल को अंबाला शहर में अब एक तरफा समर्थन मिल रहा है। जिसे देखकर विरोधियों के पसीने छूटने लगे हैं।
शनिवार का दिन भाजपा के लिए राजनीतिक और सामाजिक दृष्टिकोण से बेहद अहम रहा। जहां एक तरफ असीम गोयल की चुनावी जनसभाएं बड़े बड़े जलसों में तब्दील होती दिखाई दी। वहीं शाम को अंबाला की मिक्सी एसोसिएशन ने भी भाजपा प्रत्याशी असीम गोयल को अपना खुला समर्थन देने का ऐलान कर दिया। लगातार मिल रहे समर्थन से अब भाजपा प्रत्याशी असीम गोयल की जीत की राह आसान होती जा रही है।
कहा जा सकता है कि अब शहर का शायद ही कोई कोना ऐसा बचा होगा जिस क्षेत्र से असीम गोयल को अपार जनसमर्थन न मिल रहा हो। एसोसिएशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे भाजपा प्रत्याशी का एसोसिएशन ने जोरदार स्वागत किया। इस दौरान असीम गोयल ने कहा कि अंबाला की पहचान मिक्सी उद्योग से थी,लेकिन पूर्व की सरकारों द्वारा अंबाला को विकास और व्यापार की दृष्टि से पूर्णतः नजरअंदाज किया गया।
लेकिन भाजपा की सरकार प्रदेश में आते ही अंबाला के मिक्सी उद्योग को उसकी खोई पहचान दिलवाने के लिए बड़े कदम उठाये गए। जिनमें से मुख्य रूप से अंबाला शहर में मिक्सी क्लस्टर की स्थापना की। जहां मौजूदा समय में 28 फैक्ट्रियां चल रही है। एसोसिएशन के जॉइंट सेक्रेटरी विश्वजीत अग्रवाल ने भी सरकार के प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने कहा कि अंबाला शहर का मिक्सी उद्योग फिर से बुलंदियों को छुए इसके लिए ऐसी सरकार और ऐसा विधायक चाहिए जो व्यापार और व्यापारी दोनों को सुरक्षित रख सके। और यह कार्य पिछले 10 वर्षों से असीम गोयल बेहतर तरीके से कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन्हीं पहलुओं को देखते हुए एसोसिएशन ने अपना समर्थन भाजपा प्रत्याशी असीम गोयल को देने का निर्णय लिया है।
ऐसोसिएशन से समर्थन मिलने उपरांत लोगों को संबोधित करते हुए असीम गोयल ने कहा कि यह वोट की ही ताकत है जो आज अंबाला व्यापार के मामले में नये आयाम स्थापित कर रहा है। उन्होंने कहा कि अंबाला शहर में कभी उन्होंने बदले की भावना या शहर का माहौल बिगाड़ने की राजनीति नहीं की। असीम गोयल ने अपने विरोधियों पर तंज कसते हुए कहा कि अगर इनकी नीति और नीयत ठीक होती तो अंबाला कैंट से ये तीन बार न हारते।
अंबाला छावनी की जनता इन्हें पहचानती है। इसलिए बार बार ये वहां ठुकराए गए हैं। अब एक बार फिर अंबाला शहर की बारी है कि ये अंबाला कैंट से शहर मेहमान की तरह आये हैं और इन्हें मेहमान की तरह ही समय रहते विदा भी कर दिया जाये। असीम गोयल ने इस दौरान एसोसिएशन के सभी पदाधिकारियों व् सदस्यों का आभार भी व्यक्त किया।

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