थाना सदर करनाल में दिनांक 29.08.2024 को कंट्ोल रूम करनाल के माध्यम से गांव काछवा के पास एक राईस मिल्ज में एक व्यक्ति का शव मिलने की सुचना प्राप्त हुई, सुचना मिलते ही पुलिस की टीमें मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। मृतक की पहचान पवन वासी सिकंदरपूर माजरा के रूप में हुई। जिसके परिजनों की शिकायत पर थाना सदर करनाल में मुकदमा नंबर 696 दिनांक 29.08.2024 धारा 127.6, 103.1, 238, 3.5 धारा भा.न्या.स. के तहत दर्ज किया गया।
यह मामला जैसे ही पुलिस अधीक्षक करनाल श्री मोहित हाण्डा के संज्ञान में आया तो उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत मामले में जांच कर आरोपीयों को गिरफतार करने की जिम्मेवारी क्राइम युनिट सी.आई.ए-02 टीम को सौंपी। जो टीम के इन्चार्ज निरीक्षक संजय कुमार ने स.उप निरीक्षक देवेन्द्र कुमार की अध्यक्षता में टीम का गठनकर मामले की जांच शुरू की व दिनांक 04.09.2024 को उनकी टीम ने गुप्त सुचना के आधार पर मामले में दो मुख्य आरोपीयों…..
1. गुरप्रीत उर्फ मन्नी पुत्र जसबीर सिंह वासी गांव रायफार्म, करनाल और 2. सागर उर्फ गुल्लु पुत्र नरेश कुमार वासी गांव साम्भली को गिरफतार करने में कामयाबी हासिल हुई। दिनांक 05.09.2024 को दोनों आरोपीयों को माननीय अदालत के सामने पेशकर 04 दिन पुलिस रिमांड हासिल किया गया, जिसके दौरान आरोपीयों के कब्जे से वारदात में प्रयोग डंडे व मृतक पवन की मोटरसाईकिल बरामद की गई।
इन्चार्ज सी.आई.ए-02 निरीक्षक संजय कुमार ने बताया कि उक्त आरोपीगण उसी राईस मिल्ज में सिक्योरिटी गार्ड के तौर पर कार्य करते थे और दिनांक 26.09.2024 की रात उन्होंने सुपरवाईजर मृतक पवन के साथ शराब पी, जिसके बाद उससे उनकी किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई और उन्होंने अपने अन्य साथीयों को बुलाकर उक्त वारदात को अंजाम दिया व उसके शव को ठिकाने लगाने के बाद वहां से फरार हो गए।
उन्होंने बताया कि दोनों आरोपीयों के खिलाफ पहले भी लुट व लड़ाई-झगड़े की धाराओं के तहत मामले दर्ज हैं, जिनमें वह गिरफतार होकर जेल भी जा चुके हैं और 04 महिने पहले ही जमानत पर बाहर आए थे। दौराने रिमांड आरोपीयों द्वारा अपने अन्य साथीयों के संबंध में भी खुलासा किया गया, जिन्हें भी बहुत जल्द गिरफतार किया जाएगा। आज आरोपीयों की रिमांड अवधी समाप्त होने के बाद उन्हें पूनः अदालत के सामने पेश कर जिला जेल भेज दिया गया।