September 19, 2024
अम्बाला  नगर निगम की पहली महिला और प्रत्यक्ष (सीधी) निर्वाचित मेयर (महापौर) शक्ति रानी शर्मा हरियाणा जनचेतना पार्टी – हजपा (वी), जिसके टिकट पर चुनाव लड़कर वह दिसम्बर,2020 में उक्त पद पर निर्वाचित हुई थी, रविवार 1 सितम्बर  को  भाजपा में शामिल हो गई हैं.
हालांकि रोचक बात यह है कि उनके पति एवं हजपा (वी) सुप्रीमो विनोद शर्मा ने इस  पार्टी का भाजपा में  विलय नहीं किया है.
इसी बीच  पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट और  संवैधानिक मामलों के  जानकार   हेमंत कुमार  (9416887788) ने बताया कि  भारत के संविधान की दसवीं अनुसूची में जो  दल बदल विरोधी  कानून हैं, वह केवल सांसदों और विधायकों पर ही  लागू होता है, शहरी स्थानीय निकाय (म्युनिसिपल ) संस्थानों जैसे नगर निगमों/परिषदों/ पालिकाओं के निर्वाचित सदस्यों (पार्षदों) और उनके पदाधिकारियों  पर नहीं इसलिए न केवल   सम्बंधित  नगर निकाय के   सदस्य बल्कि नगर निगम मेयर/सीनियर डिप्टी मेयर/डिप्टी मेयर अथवा नगर परिषद / नगर पालिका के निर्वाचित अध्यक्ष/ प्रधान / उपप्रधान आदि  भी अपनी मूल पार्टी अर्थात जिसके टिकट पर वह निर्वाचित हुए है, तो  छोड़कर   किसी अन्य राजनीतिक पार्टी/दल  में  शामिल हो सकते है और इस प्रकार वह बेरोकटोक दल-बदल करने के लिए स्वतंत्र हैं.
बहरहाल, शक्ति रानी शर्मा का नगर निगम मेयर के तौर पर कार्यकाल जनवरी 2026 के दूसरे सप्ताह  तक अर्थात करीब 16 महीने शेष हैं. हालांकि हेमंत ने बताया कि अगर वह अम्बाला शहर विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ती है तो उन्हे इसके लिए पहले  मेयर पद से त्यागपत्र नहीं देना होगा परन्तु  अगर वह जीतकर विधायक बनती हैं, तो उन्हें मेयर पद छोड़ना  होगा क्योंकि हरियाणा में   कोई भी व्यक्ति एक साथ मेयर एवं विधायक दोनों पदों पर  नहीं रह सकता है.
हरियाणा में वर्ष 2018 से क्योंकि नगर निगम मेयर पद का सम्बंधित निगम क्षेत्र के मतदाताओं द्वारा  सीधा निर्वाचन किया जाता है, इसलिए अगर शक्ति रानी शर्मा विधायक बनती हैं और मेयर पद से त्यागपत्र देती हैं,   तो हरियाणा राज्य निर्वाचन  आयोग को  अम्बाला  मेयर पद की  शेष अवधि के लिए  उपचुनाव करना पड़ेगा.
हेमंत ने यह भी  बताया कि तीन   माह पूर्व  अम्बाला नगर निगम के तीन निर्वाचित  नगर निगम सदस्य भी हरियाणा जनचेतना पार्टी (वी) को छोड़कर कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए थे जिनमें वार्ड 5 से राजेश मेहता, जो दिसम्बर,2022 से अम्बाला नगर निगम के डिप्टी मेयर भी हैं, वार्ड 1  से जसबीर सिंह एवं वार्ड 19 से राकेश कुमार शामिल हैं.
रोचक बात यह है कि डिप्टी मेयर राजेश मेहता  दिसम्बर, 2020 में  अम्बाला न.नि. आम चुनाव में  हालांकि  कांग्रेस पार्टी के टिकट पर ही नगर निगम सदस्य के तौर पर   निर्वाचित हुए थे परन्तु  जनवरी 2021 को शपथ ग्रहण के दिन ही वह सीधी निर्वाचित  मेयर शक्ति रानी शर्मा की पार्टी  हजपा (वी) में दल-बदल कर शामिल हो गये थे. इस प्रकार देखा जाए तो राजेश मेहता की  कांग्रेस में घर वापसी हुई.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *