प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व कोषाध्यक्ष एडवोकेट रोहित जैन ने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान राज्य सरकार के मंत्री जेपी दलाल ने विदाई से पहले अपनी पार्टी का सच कबूल कर लिया। जैन कहा कि दलाल ने खुद भरी मीटिंग में यह बात कही है कि अगर प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनी तो दिल्ली वाले यानि केंद्र सरकार छह महीने में ही उसे तोड़ देगी।
जैन ने कहा कि भाजपा ने हमेशा ही लोकतंत्र का दमन किया है। जहां जनता उन्हें शिकस्त देती है वहां वे लोकतंत्र का दमन कर अपनी सरकार बनाते हैं। जैन ने कहा कि हरियाणा में ऐसा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। उन्होंने कहा कि दस साल के कार्यकाल में सरकार ने प्रदेश की जनता से केवल झूठे वायदे ही किए हैं या फिर सरकारें तोड़ी हैं।
जैन बुधवार को अपने ऑफिस पर आयोजित मीटिंग में लोगों से मुलाकात कर रहे थे। जैन ने कहा कि प्रदेश में सत्ता के बदलाव का इशारा साफ नजर आ रहा है। सरकार से दुखी लोगों को अब कांग्रेस सरकार से ही प्रदेश के विकास की उम्मीद है।
झारखंड में फेल हो गया भाजपा का लोट्स
जैन ने कहा कि राज्य सरकार तोड़ने के प्रयास का ताजा मामला झारखंड का है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने यहां पूर्व सीएम चंपाई सोरेन के जरिए झारखंड सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया। मगर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपनी चालाकी से उनकी प्लानिंग पर पानी फेर दिया।
जैन ने कहा कि ऐसे ही भाजपा ने पहले मध्यप्रदेश, मणिपुर व महाराष्ट्र में राज्य सरकार को तोड़कर अपनी सरकार बनाई। हिमाचल प्रदेश में भाजपा ऐसा करने का प्रयास कर चुकी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मंत्री जेपी दलाल का ताजा बयान खुद पार्टी की सच्चाई को बयान कर रहा है।
सीएम भी निकले झूठों के सरताज
प्रदेश कांग्रेस मेनिफेस्टो कमेटी के सदस्य रोहित जैन ने कहा कि भाजपा ने अपने दस साल के कार्यकाल में दो मुख्यमंत्री बदले। पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की नीति व नीयत से प्रदेश वासी अच्छी तरह से वाकिफ थे। जनता उनके झूठ को पकड़ चुकी थी। यह बात पार्टी हाईकमान को पता चली तो उन्हें तुरंत कुर्सी से हटाकर नायब सैनी को नया मुख्यमंत्री बनाया गया।
तब प्रदेश की जनता को उनका भला होने की उम्मीद जगी। मगर सीएम नायब सैनी तो उनसे भी बड़े झूठे निकले। अब जनता उन्हें झूठों का सरताज कर रही है। जैन ने कहा कि कुर्सी पर बैठते ही सैनी ने वायदों की झड़ी लगा दी। लोगों को उम्मीद बंधी की जल्द ही इन वायदों पर अमल शुरू हो जाएगा। तभी जनता को फायदा मिलने की संभावना थी।
मगर उनकी घोषणाएं घोषणाएं ही बनकर रह गई। अपने किसी घोषणा को भी सीएम जमीन पर नहीं ला पाए। न तो किसी घोषणा को लागू करने के लिए सीएम की ओर से कोई अधिसूचना जारी की गई न ही तत्काल कार्रवाई हुई। इसी वजह से अब लोग खासकर हर सरकारी कर्मचारी उन्हें कोस रहा है।