
घटना दिल्ली से सटे फरीदाबाद की है जहाँ माता – पिता के रिश्ते को कलंकित करने वाली खबर सामने आई है जी हाँ बता दें की 9 महीने पेट में अपनी बच्ची को पालने के बाद उसी मां ने अपनी बच्ची को सिविल अस्पताल बादशाह खान में लावारिस हालत में मरने के लिए छोड़ दिया और मौके से रफूचक्कर हो गई।
बच्चे की रोने की आवाज सुनकर सिक्योरिटी गार्ड ने इसकी सूचना अस्पताल प्रशासन को दी जिसके बाद अस्पताल प्रशासन ने बच्ची को अस्पताल में ईलाज के भर्ती करा कर इसकी सूचना पुलिस को दी । जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस अब मामले की गहनता से जांच कर दोषी माता पिता के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करने की बात कह रही है।
बच्ची को सबसे पहले देखने वाले सिक्योरिटी गार्ड कृष्ण की मानें तो उसने बच्ची की रोने की आवाज सुनी इसके बाद जो वह मौके पर पहुंचा तो बच्ची को ओपीडी कार्ड बनाने वाली बिल्डिंग के पीछे कोने में डाली हुई थी लेकिन उसके आसपास कोई नहीं था जिसके बाद उसने बच्ची के परिजनों को खोजने का प्रयास किया लेकिन बच्ची के परिजनों का जब कहीं पता नहीं चला तो उसने अस्पताल प्रशासन को इसकी जानकारी दी।
वहीं घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है जिसके बाद यह पता चल पाएगा कि आखिर में बच्ची को छोड़ने वाले कौन थे और लावारिस हालत में बच्ची को छोड़ने वालों की तलाश कर उनके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।