भारतीय किसान यूनियन सर छोटूराम ने केंद्र सरकार द्वारा जारी बजट को किसान, मजदूर और कमेरा वर्ग विरोधी बताया है। यूनियन के प्रवक्ता बहादुर मेहला बलड़ी ने कहा कि किसानों की 65 प्रतिशत आबादी को केवल तीन प्रतिशत बजट आवंटित किया गया।
कॉर्पोरेट को छूट और किसानों से लूट की नीति पर गठबंधन सरकार काम कर रही है। टोटल बजट 48.21 लाख करोड़ का है और कृषि के लिए केवल एक 1.52 लाख करोड़ यानि केवल 3.15 प्रतिशत रखा गया।
उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को अपने मुद्दों पर आंदोलन तेज करने के लिए प्रेरित कर रही है। पिछले 10 सालों में किसानों के साथ धोखा करने और उन्हें कर्ज के बोझ तले दबाने वाली नीतियां बनाई गई।
सरकार किसानों की बात सुनने के लिए तैयार नहीं होती। अन्नदाताओं को दिल्ली जाने से रोका जाता है। किसानों की राय लिए बना कानून बनाए जाते हैं। एनडीए सरकार ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह पूंजीपतियों की हितेषी सरकार है।